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March 23, 2017: Session 1

    Maithili Folklore Story 17_03_23_01

    Documented by Coralynn V. Davis and Carlos Gomez
    Transcription by Nidhi Anand and Translation by Neeraj Kumar
    Translation edits by Coralynn V. Davis

    Teller: Unknown
    Location: Sagarpur
    Date: 03/23/17

    View the transcription in Maithili.

    Side-by-side Maithili and English

    एगो राजा रहै। शिवगुरु के चर्चा होइत रहै। टोला पड़ोसामे जेना होइ है। भजन होइत रहै।

    There once was a king. A discussion about Shiv Guru was taking place. Just like what happens in the neighbourhood. A bhajan devotional hymn was underway.   

    तऽ एगो राजाकेँ बेटा एगो प्रजाकेँ बेटा दुनू जाइत रहय ट्यूशन पढ़ै लै।

    Now, a king’s son and a commoner’s son were on their way to a tutoring session.

    तऽ ऊ ट्यूशन पढ़ै लै जे जाइत रहय तो धिया पुता के जाइत होइ नय जे अइ जना भजन सुनलकय तऽ कतेक धिया पुता आबि गेलय सुनय लै। तऽ तहिना एगो राजाकेँ बेटा रहै एगो प्रजाकेँ बेटा रहै दुनू रहै जे पढ़ै लै जाइत ट्यूशन।

    Now, as they were going for tutoring – you know how kids often drop by to listen to bhajans when they come across it – they went there to listen to the bhajan. So, the king’s son and the commoner’s son were both on their way for tutoring.

    तऽ कहलकय रे दोस्त अइ अंगनामे देखि कते सुन्दर भजन होइ है से चलती देखे लै। 

    One of them said to the other, “Hey, friend, see what a beautiful hymn is being sung in this place? Let’s go check it out.”

    तऽ दुनू बच्चा गेल। भजन के आवाज से आ नागिन रहै बरतन मंजैत। तऽ कहलखिन नागिन कि अथी नगीनिया कहलखिन नाग के कि जे “हे यौ, कतौ जे शिवगुरु के पूजा होइ है से हमरा कानमे आवाज चलि गेल।”

    So both of the kids went there. Upon hearing the sound of the bhajan… the female cobra was washing dishes. She told her husband, “Hey, somewhere Shiv Guru’s worship is being performed; the sound has reached my ears.”

    तऽ कहलकय जे ठीक है तऽ कानमे आवाज चलि गेल तऽ अहाँ जते घरके आश्रम के गाम है पूरा आइ अहाँ कऽ लियऽ आ कऽ कऽ अहाँ जे चलू। 

    He said, “All right. Since the sound has reached your ears, then finish all your household chores and come along.”

    तऽ कहलकय देखियौ हमरा देरी लागि जैत। अहाँकेँ आगु भऽ कऽ जे जैब तऽ भाग लगा लेब। मतलब हमर पूजा के ओइ जना सुहकार लागि जैत।

    She replied, “Listen, I am going to be late. You go ahead and offer my part there. Meaning, my turn for worship will also be put in the queue.”  

    तऽ नाग आबैत रहै। नगीनिया काम करे लागल। तऽ ई दुनू बच्चा जे निकल लय राजाकेँ बेटा आ प्रजाकेँ बेटा तऽ ओ कहलकय कि से राजाकेँ बेटा कहलकय प्रजा बेटाकेँ कि रे दोस्त अते घड़ी जे तों अइ जंगा रहबैं तऽ मास्टर जेभी तऽ मारतौ, से नय कनी काल सुनली से नय आब चल ट्यूशन पढ़ै लै। 

    And so the male cobra was arriving there. The female cobra got busy with her work. Then, as the two kids, the king’s son and the commoner’s son, came out, the king’s son told the commoner’s son, “Hey, friend, if we stay here for so long and afterward arrive at the teacher’s place, he might beat us, so, no, we listened for some time; now let’s go for our lesson.” 

    तऽ ई दुनू बच्चा विदा भेल। कहलकय रोड धऽ कऽ जे जेबैं तऽ देरी लागि जेतौ आ बांधे बांधे जे चलबऽ तऽ तुरंत पहुँचि जैब। 

    So, the two kids departed from there. He said, “If we take the road,  we will get there late, but if we go through the embankment, we will arrive quickly.” 

    तऽ ई दुनू बच्चा अप्पन बांधे बांधे खूब भागल चलि जैत। आ ओम्हरसँ नाग अबैत रहै भाग लगबय लै पूजामे भाग लगबय लै। राजाकेँ बेटा कहि देलकय प्रजा बेटाकेँ कि ए दोस्त एह भागलतऽ अपना आईर जाइ छी आ एगो शिकारी अबय है से कि कर तऽ एकरा मार। कहलकय हँ रे दोस्त तऽ हँ रे दोस्त।

    And so these two kids were going running through the embankment. And the cobra was coming from the other side to place his share for the worship. The king’s son told the commoner’s son, “Hey, friend, we are running through our embankment, but see, a hunter is coming our way, so what to do? Kill him.” The commoner’s son replied, “Oh, yes, friend.” The king’s son agreed, “Oh, yes, friend.”   

    ऊ कि केलकय राजाकेँ बेटा आगु रहय प्रजाकेँ बेटा पाछू रहय तऽ कहलकय दोस्त तों दली आनि कऽ दे आ हम मारय छियौ। तऽ ऊ दू चारि गो दली उठा कऽ देलकय ओकरा मारलकय नाग गेलय मरि। तऽ ऊ दू चारि गो दली उठै कऽ देलकय ओकरा मारि देलकय। मारि कऽ ई दुनू हँसैत खेलैत चलि गेल ट्यूशन पढ़ै लै। 

    What that king’s son did was, he asked the commoner’s son, “Hey, friend, keep handing me broken bricks, and I will kill him.”  So he passed him a few broken bricks, and then he killed the cobra. The cobra died. He passed him a few broken bricks, and he killed him. After killing him, these two kids went to their tutoring session, playing and laughing along the way.  

    तब तकमे जे नगीनिया के काज भऽ गेल। नगीनियो सोलहो श्रृंगार बतीसों आवरण कऽ कऽ भागल चलि अबैत रहै जे जाइ छी हम पूजामे। ऊहो वैह आईर दऽ कऽ अबैत रहै देखलक नाग के भिंड नाहित पड़ल। देखलक तऽ पहिले खूब चिचिया लेलक कानि लेलक जे के एहन छल जे हमरा नाग के हमरा एतबे उमरमे बेवा कऽ देलक। तऽ ऊ ओकरा मुँह निहारे लागल अप्पन। मुँह जे ओकरा निहारे लागल तऽ ऊ कि केलक ओकरा नजरिमे ओकरा आँखिमे जे राजाकेँ बेटा मारने रहय से राजा बेटाकेँ मुँह के फोटो से हुनका आँखिमे पड़ि गेलय। कहलकय ओहो ई राजाकेँ बेटा हमरा पति के मारि देलक।

    By then the female cobra was done with her chores. The female cobra, with 16 forms of make-up and 32 adornments, also came rushing, uttering, “I am going for worship.” She was also coming through that embankment and saw that the cobra was lying there dead cold. When she saw it, she cried a lot, shouting, “Who the hell was that person who killed him and left me a widow at this tender age.” Then she started looking at his face. As she was looking at his face, his eyes reflected the facial image of the king’s son, who had killed him. She exclaimed, “Oh, this king’s son has killed my husband!”    

    ऊ कि केलक ओइ जांगसँ बेनहाएग भागल पड़ाएल आयल जाले ई आयल आयल ताले पूजा उसरि गेल रहय तऽ ऊ पूजामे अप्पन नय गेल। ओकर तऽ भागो नय लगलय। 

    What she then did was to run back from there, but when she arrived, the worship session had gotten over so she didn’t get to attend the worship. Even her part of the offering didn’t come to pass. 

    तऽ ऊ पूजामे नय गेलय ऊ दौड़ल आयल राजा अंगना। भागल अबैत रहै तऽ रानी कि केलक राजा के घरवाली पूरा घर द्वार बहारि कऽ चौखट के मुँह पर से ओ बहारन उठा कऽ नय फेंक दय हय आगु कऽ वैह फेंकैत रहै कि ताले देखलकय नगीनिया के ओ एकदम कारी मसि कऽ कऽ अबैत। 

    So she didn’t go for worship and she came running to the king’s place. As she came running to the king’s place, the queen (the king’s wife) was mopping her home and environs and was just about to put the collected dust outside, near the door, when she saw the female cobra running to her place in a fit of rage. 

    राजा के घरवाली कहलकय, “गुरु बहिन प्रणाम, कतऽ चललिहन?”

    The king’s wife said, “Guru Sister, greetings. Where are you going?” 

    तऽ कहलकय “गुरु बहिन प्रणाम, हम तऽ एलियन हऽ अहाँ ओइ जांग।”

    The female cobra replied, “Guru Sister, greetings. I have come to your place itself.” 

    तऽ कि बात? 

    “What seems to be the matter?” 

    तऽ एह हमरा आइ अहाँकेँ बेटा बड़का अन्याय कऽ देलथि। हमरा आइ रार बेवा कऽ देलथि। हमरा पति के मारि देलथि। अहाँकेँ बेटा कतऽ अइ? 

    The female cobra replied, “Huh! Your son today committed a huge injustice against me. He made me a widow. He killed my husband. Where is your son?”

    कहलकय देखियौ गुरु बहिन आन दिन हमर बेटा अबय छलय ट्यूशन पढ़ा कऽ तऽ घरमे पढ़य लै अबय छलय आइ कि बात छलय से पलंग पर धऽ देलकय हन बैग आ ओ कि केलक हन तऽ चलि गेल हन खेलय धूपय लै। तऽ से नय गुरु बहिन जे हमरा एकेटा बेटे छल हमरा सब मनोरथ मनोकामना पूरा नय भेल हन। यदि अहाँ हमरा बेटा के मारिए देब तऽ हम अहाँकेँ से कहब जे मारि दय लै। कइला कहब हमहीं पुत वाली रहब हम बगैर पुते वाली रहब मगर हमरा अहाँ टेम (टाइम) दियऽ जे हम सब मनोरथ पूरा कऽ ली।

    She replied, “See, Guru Sister, on other days my son would come back from tutoring and would study by himself in the house, but today he left his bag on the bed and went off to play. So, no, Guru Sister, I have only one son, and all my wishes and prayers have not yet been fulfilled. If you have decided to kill my son, then I would ask you to kill him. Why would I say that only I myself will remain a mother with a son? I will remain a mother without any son. But give time so that I may fulfill all my wishes.  

    कहलकय ठीक है। ऊ अप्पन  अइ जांगसँ फेन ओ घूरि कऽ गेल आ नाग के कन्हा पर चढ़ा लेलक ओकरा संस्कार केलक। सबटा कऽ धऽ कऽ सात दिन के बाद फेर नगीनिया दौड़ल भागल अबैत रहै।

    The female cobra replied, “Ok, fine.” Then she returned from there, put the male cobra on her shoulder and performed his last rites. Having finished all the related obligations, after seven days the female cobra went running back to the king’s house again.  

    एलय तऽ कहलकय, रानी फेर अंगना बहारैत रहै तऽ ओकरा फेर नजरि पड़लय कहलकय हे गुरु बहिन कि बात हय, भऽ गेल मनोकामना पूरा? 

    When she came there, the queen was again mopping her courtyard, then she again saw the female cobra. The female cobra asked her, “Guru Sister, how are you, have your wishes been fulfilled?”  

    कहलकय नै गुरु बहिन से अखन नै भेलय हन से अहाँ अजुके आठम इ आबऽ। अतबे दिनमे हम सब मनोकामना पूरा कऽ लेब।

    She replied, “No, Guru Sister, not yet. Why don’t you come eight days hence. All my wishes will be fulfilled in exactly this many days.” 

    ठीक है फेर ओ ओहो दिन घूरि कऽ चलि गेल।

    “Ok, fine,” the female cobra returned again that day.  

    राजा साहब एलखिन तऽ कहलखिन कि से देखू से अहाँ जाऊ बौआ के एगो लड़की खोजू गऽ अहाँ। अहाँ के बेटा बहुत गलत काम कऽ लेलक से आब तऽ जे गलतीमे पकड़ा गेलय ओकरा तऽ उबरास करय के हय से जाऊ अहाँ लड़की कोनो खोजू गन। 

     When  the king arrived, she told him, “Look, go find a girl. Your son has committed a huge blunder. So now since he has been caught for that, we have to make up for it, so go and find some girl.”

    तऽ ऊ कहलकय अच्छा तऽ दियऽ हमरा, छत्ता देलकय डंटा देलकय विदा भेल। जाइत जाइत राजा साहब के जे आब मने सब धिया पुता है शिष्या तऽ ऊ राजा साहब के बेटी रहै। ऊहो रहै यै शिव के शिष्या। [गोर लगैत छी।] ऊहो रहै शिव के शिष्या।

    The king responded, “Ok, fine, give me…,” She then gave him an umbrella, a walking stick. Then he started out. As he went and went… since all sons and daughters were disciples. Now, she was also a disciple of Lord Shiva. [She was also Lord Shiva’s disciple.] 

    ओकर गेलय भऽ गेलय बात विचार सब फाइनल। कहलकय कि हम बड़ ओकतायल अयली हन से कुटुम अहाँ हमरा बियाह कऽ लियऽ से हमरा कहि दिय।

    He went there. Negotiations were completed. The king said, “I have come in a big hurry, so, my in-law, please give me your assent and please marry [your daughter with my son].”

    कहलकय जाऊ ने अहाँ अटकोर मटकोर जे जहाँ करे के होत से करब आ अराती बराती अहाँ लऽ कऽ आयब। आर किछु नै हैत खाली अहाँ पाँच आदमी से जे आयब नऽ तऽ सिंदूरदान कऽ के अहाँ के हम विदा कऽ देब। 

    The other king said, “Go, do go ahead with the atkor-matkor pre-wedding ceremony, whatever you have to do, and then return with the wedding party. I will request nothing more. Just come with five men of yours, and I will allow a vermillion ceremony and will leave you for departure with the bride.”

    से ई आयल रानी के कहलक जे यै आब सब चीज ओरिआउ। अल्लुक दल्लुक के अप्पन बगीनिया खूब नीप नापि राजा वाला बात, अप्पन सबके खबर, अंगनामे मने जे अड़ोसी पड़ोसी छथि तिनका सबके हकार दऽ देलकय हमरा बेटा के बियाह अइ हमरा बेटा के बियाह अइ, एकदम खुशी मनेलक।

    So the king came and told the queen, “Hey, arrange all the things now.” The maid cleaned the floor with cow dung, after all it was a royal affair. All were informed, all neighbours were summoned, “It is my son’s marriage.” They made merry.  

    गेल तऽ अप्पन बियाह शादी कऽ कऽ ई आयल ऊ लड़की। तऽ ऊ लड़की केहन, केहन भगवंती जे ओकरा किस्मतमे रहय जे हम अपना पति के बचा ली। लड़की भऽ गेल शिष्या।

    So she went, the girl arrived having been married at the kings’ place. So that girl, how lucky she was that she had in her own destiny that she would save her husband. The girl became a disciple.

    ई आयल बियाह शादी कऽ कऽ तऽ ओहि पलंग बैठल रहै।  तऽ आइ एलन बियाह कऽ कऽ तऽ ओइ के बिहान भेलय कि केलथि तऽ ऊ हनहनाएल भागल अबैत रहय।

    The girl arrived, having been married, and sat on that bed. As she came home after being married, the next day the female cobra was rushing there. 

    तऽ ऊ राजा के घरवाली रहैत भनसा करैत आ ऊ लड़की रहै पूरबे मुँहे बैठ कऽ रोडे दिशा से एना कऽ तकैत। ओकरो आगम मागम भेलय। तब ओकरा नजरि पड़ि गेलय हनहनाएल ई एलय जहाँ चौखट के मुँह पर जे एना कऽ ऊ देलखिन थुथना तऽ कहलकय गुरु बहिन प्रणाम। 

    So the king’s wife was cooking and the girl was sitting, facing east, and was just looking out. She was also welcomed home. She saw the female cobra the moment she came running, put her mouth at the doorstep, and said, “Guru Sister, greetings.” 

    कहलकय जे कि बात हय हम तऽ जतय जाई छी ततय हमरासँ पहिले ककरो नजरि पड़ि जाए हय।

    The female cobra said, “What the heck? Wherever I go people see me before I can see them.”

    तऽ कहलकय कि कहाँ गेली तऽ ओकर माय एलय कहलकय कि से हे हमरा सबमे जे तीन दिन के बाद एगो आरो सिंदूर पड़ए छै चतुर्थी कऽ। [अइमे कोई हेता तऽ बूझि गेलखिन] से तीन दिन के बाद आर एगो विध होइ हय तऽ ठीक हय तीन दिन के बाद अहाँ आबि जैब। आब सब मनोकामना हमरा पूरा भऽ गेल। तीन दिन के बाद अहाँ आबि जैब। 

    The female cobra asked, “Hello, where did you go?” The king’s wife replied, “Hi, according to our tradition, the vermillion is applied once more, that is on the fourth-day ceremony called Chaturthi. (Among us if one knows, one would understand.) So, after three days there is a ceremony, then come. Ok? Now all my wishes are fulfilled. Come after three days.”

    तऽ फेन ओइ दिना वापस चलि गेलखिन। तऽ ऊ वापस चलि गेलखिन तऽ ऊ लड़की कहलकय से यै माय, से बाबू के कहियौ कुम्हार ओइ जांग जाइ लै, से कुम्हार के कहतय कि से चारि गो तौला दय लै एगो ढकना दय लै। 

    That day, then again she returned. When she arrived, the girl told her mother-in-law, “Hey, mother, please tell father to go there and ask the potter to give four big pots and one pot cover.”

    तऽ ऊ कहलकय राजा वाला बात कहलखिन कि से हे यौ से जाऊ अहाँ दौड़ल दौड़ल कुम्हार ओइ जांग चारि गो तौला देत आ कहबय एगो ढकनो देत।

    Then she told him, after all a king’s affair, she said, “Hey, run to the potter’s place, and he will give you four big pots, and tell him to give you a pot cover, as well.”  

    तऽ ई  पाँचों समान लऽ कऽ उम्हरेसँ दूध बिकाइत रहय दूध कीन लेलैथ दोकानसँ चाऊर कीन लेलैथ चीनी कीन लेलैथ एकदम हलकैत दलकैत राजा साहब एला देला अप्पन घरवाली के। घरवाली पुतोहु के देलकय।

    So he took all five things, bought milk from where it was being sold, bought rice from the shop, bought sugar, came home swinging and swaying, and gave that to his wife. His wife passed it on to the girl.   

    ओकर पुतोहु उठल नया चूल्ही पर लोहियामे कऽ तसमय बनेलक। बना कऽ चारू तौलामे चारू कोन पर दऽ देलखिन। ढकनामे एक लप नून दऽ देलखिन। ओइमे एक लोटा पानि धऽ देलखिन, ठीक। 

    Her daughter-in-law rose and cooked rice pudding in a pot on a new stove. After cooking it, she put it in four pots and placed them in four corners. She put a fist full of salt in the pot cover, and put a jug of water in that. OK.

    आब ओहि मुँहे घूरि कऽ बेरा तकैत छलखिन जे कब ई एते कब एते कब एते। तऽ ओकतायल के काम तऽ तुरंत भऽ जाय। हँ नागिन के बाट ऊ तकय।

    Now she was waiting,  sitting facing that same direction from where she would come, when. (You know, work in a hurry gets hurried too.) Yes, she was waiting for the female cobra.  

    ई तऽ मोन बना लेलखिन शिष्या। ई तऽ शिव गुरु हिनका सब रंग के ज्ञान देने गेलन जे एना नय एना करबय तऽ हम जुगे जुगे अहिबाते रहबय। आब तऽ जे चलि गेलय से पलटि कऽ नय एतय। 

    Now the disciple had made up her mind. Shiv Guru had kept giving her mantras, instructing, “Keep doing such and such, and I will keep appearing epoch after epoch. But the one who had left will not come back.” 

    तऽ तेकर बाद ऊ अप्पन ओहि मुँहे घूरि कऽ तकैत रहय। ई आयल तऽ ओइ दिना ओकर माय रहै आर दोसर काम करैत। फेन ऊ लड़किए घरसँ निकलकए, कहलकय गुरु बहिन प्रणाम तऽ प्रणाम कि झटसँ ओकर माय एलय।

    So after that she was looking in that same direction. When the female cobra came that day, the girl’s mother-in-law was engaged in some work. Again the girl herself came out of the house, and said, “Guru Sister, hello.” She replied, “Hello.” At that very moment, her mother-in-law came out.

    कहलकय कि गुरु बहिन? 

    She said, “Hey, Guru Sister?”

    तऽ कहलकय हँ आइ अहाँ डसि लऽ सकय छी। हमर सब मनोकामना पूरा भऽ गेल। 

    She then said, “You can bite me today. All my wishes are fulfilled now.”

    कहलकय ठीक है। 

    She replied, “Ok, fine.”

    जब घरमे जे ढूकलखिन तऽ ओ लड़की कहय हय कि से यै गुरु बहिन सब दिन अयली अहाँ तऽ उपासे गेली। आइ के दिन अहाँ के हम खाना बना कऽ रखने छी, से अइ कोन से अहाँ धरिओ आ ओइ कोन से खाइत पियैत से अहाँ डसि लेब आ चलि जैब। 

    When she entered the house, the girl said, “Hey, Guru Sister, when you came before you left without food. Today, I have prepared a meal for you, so start from this corner, keep eating from all the corners, and then bite me and leave.”

    ओकर घरवाला पलंगे पर बैठल ओहो डसबे लै। एकदम ओइ दिन के दिन ओकर रहथिन शिव गुरु एकदम सहारा बनल। 

    Her husband was also sitting on the bed, ready to get bitten. That day Shiv Guru was there ready to support.

    ऊ कि केलखिन अइ मुँहे से ढूकलखिन चारू तौलामे एक हबक्का कऽ खीर खा लेलखिन आ जब एना कऽ मूड़ी उठेलखिन पलंग पर तऽ कहलकय गुरु बहिन ई कोन नीक काम केली अहा हा हा झूठा मुँहे केकरो नय डसि से नय तऽ ओ ढकनामे पानि अहीं लै रखने छी मुँह पोंछि लेब। 

    The female cobra did what was to enter from this corner and ate a mouth full of rice pudding from all 4 pots and when she raised her head to bite at the bed, the girl said, “Guru Sister, what good act you are going to commit, one shouldn’t bite without washing mouth after eating. So there is water kept in that pot cover, I have kept that for you only, go wash your mouth.”

    ऊ जे ओइमे मुँह देलक तो ओकरा मुँहमे पानि लगलय नूनछराइन। हिनकर विख तऽ उतरि गेलन। (गोर लगैत छी)

    As the female cobra put her mouth in that water, she got a taste of the salted water. Her venom became diluted. (I greet you.)

    हँ तँ ओकरा छोड़ि देलखिन। हँ ओ अहिबाति भऽ गेलय।

    Yes, she spared him. Yes, he remained alive in the mortal world.

    ओ अहिबाति रहलय जुगे जुगे। 

    He remained alive epoch after epoch. 

    कहलकय हम हारली अहाँ जीतली।

    She said, “You won, I lost.”

    Maithili Transcript

    एगो राजा रहै। शिवगुरु के चर्चा होइत रहै। टोला पड़ोसामे जेना होइ है। भजन होइत रहै।

    तऽ एगो राजाकेँ बेटा एगो प्रजाकेँ बेटा दुनू जाइत रहय ट्यूशन पढ़ै लै। 

    तऽ ऊ ट्यूशन पढ़ै लै जे जाइत रहय तो धिया पुता के जाइत होइ नय जे अइ जना भजन सुनलकय तऽ कतेक धिया पुता आबि गेलय सुनय लै। तऽ तहिना एगो राजाकेँ बेटा रहै एगो प्रजाकेँ बेटा रहै दुनू रहै जे पढ़ै लै जाइत ट्यूशन।

    तऽ कहलकय रे दोस्त अइ अंगनामे देखि कते सुन्दर भजन होइ है से चलती देखे लै। 

    तऽ दुनू बच्चा गेल। भजन के आवाज से आ नागिन रहै बरतन मंजैत। तऽ कहलखिन नागिन कि अथी नगीनिया कहलखिन नाग के कि जे “हे यौ, कतौ जे शिवगुरु के पूजा होइ है से हमरा कानमे आवाज चलि गेल।”

    तऽ कहलकय जे ठीक है तऽ कानमे आवाज चलि गेल तऽ अहाँ जते घरके आश्रम के गाम है पूरा आइ अहाँ कऽ लियऽ आ कऽ कऽ अहाँ जे चलू। 

    तऽ कहलकय देखियौ हमरा देरी लागि जैत। अहाँकेँ आगु भऽ कऽ जे जैब तऽ भाग लगा लेब। मतलब हमर पूजा के ओइ जना सुहकार लागि जैत।

    तऽ नाग आबैत रहै। नगीनिया काम करे लागल। तऽ ई दुनू बच्चा जे निकल लय राजाकेँ बेटा आ प्रजाकेँ बेटा तऽ ओ कहलकय कि से राजाकेँ बेटा कहलकय प्रजा बेटाकेँ कि रे दोस्त अते घड़ी जे तों अइ जंगा रहबैं तऽ मास्टर जेभी तऽ मारतौ, से नय कनी काल सुनली से नय आब चल ट्यूशन पढ़ै लै। 

    तऽ ई दुनू बच्चा विदा भेल। कहलकय रोड धऽ कऽ जे जेबैं तऽ देरी लागि जेतौ आ बांधे बांधे जे चलबऽ तऽ तुरंत पहुँचि जैब। 

    तऽ ई दुनू बच्चा अप्पन बांधे बांधे खूब भागल चलि जैत। आ ओम्हरसँ नाग अबैत रहै भाग लगबय लै पूजामे भाग लगबय लै। राजाकेँ बेटा कहि देलकय प्रजा बेटाकेँ कि ए दोस्त एह भागलतऽ अपना आईर जाइ छी आ एगो शिकारी अबय है से कि कर तऽ एकरा मार। कहलकय हँ रे दोस्त तऽ हँ रे दोस्त।

    ऊ कि केलकय राजाकेँ बेटा आगु रहय प्रजाकेँ बेटा पाछू रहय तऽ कहलकय दोस्त तों दली आनि कऽ दे आ हम मारय छियौ। तऽ ऊ दू चारि गो दली उठा कऽ देलकय ओकरा मारलकय नाग गेलय मरि। तऽ ऊ दू चारि गो दली उठै कऽ देलकय ओकरा मारि देलकय। मारि कऽ ई दुनू हँसैत खेलैत चलि गेल ट्यूशन पढ़ै लै। 

    तब तकमे जे नगीनिया के काज भऽ गेल। नगीनियो सोलहो श्रृंगार बतीसों आवरण कऽ कऽ भागल चलि अबैत रहै जे जाइ छी हम पूजामे। ऊहो वैह आईर दऽ कऽ अबैत रहै देखलक नाग के भिंड नाहित पड़ल। देखलक तऽ पहिले खूब चिचिया लेलक कानि लेलक जे के एहन छल जे हमरा नाग के हमरा एतबे उमरमे बेवा कऽ देलक। तऽ ऊ ओकरा मुँह निहारे लागल अप्पन। मुँह जे ओकरा निहारे लागल तऽ ऊ कि केलक ओकरा नजरिमे ओकरा आँखिमे जे राजाकेँ बेटा मारने रहय से राजा बेटाकेँ मुँह के फोटो से हुनका आँखिमे पड़ि गेलय। कहलकय ओहो ई राजाकेँ बेटा हमरा पति के मारि देलक।

    ऊ कि केलक ओइ जांगसँ बेनहाएग भागल पड़ाएल आयल जाले ई आयल आयल ताले पूजा उसरि गेल रहय तऽ ऊ पूजामे अप्पन नय गेल। ओकर तऽ भागो नय लगलय। 

    तऽ ऊ पूजामे नय गेलय ऊ दौड़ल आयल राजा अंगना। भागल अबैत रहै तऽ रानी कि केलक राजा के घरवाली पूरा घर द्वार बहारि कऽ चौखट के मुँह पर से ओ बहारन उठा कऽ नय फेंक दय हय आगु कऽ वैह फेंकैत रहै कि ताले देखलकय नगीनिया के ओ एकदम कारी मसि कऽ कऽ अबैत। 

    राजा के घरवाली कहलकय, “गुरु बहिन प्रणाम, कतऽ चललिहन?” 

    तऽ कहलकय “गुरु बहिन प्रणाम, हम तऽ एलियन हऽ अहाँ ओइ जांग।”

    तऽ कि बात? 

    तऽ एह हमरा आइ अहाँकेँ बेटा बड़का अन्याय कऽ देलथि। हमरा आइ रार बेवा कऽ देलथि। हमरा पति के मारि देलथि। अहाँकेँ बेटा कतऽ अइ? 

    कहलकय देखियौ गुरु बहिन आन दिन हमर बेटा अबय छलय ट्यूशन पढ़ा कऽ तऽ घरमे पढ़य लै अबय छलय आइ कि बात छलय से पलंग पर धऽ देलकय हन बैग आ ओ कि केलक हन तऽ चलि गेल हन खेलय धूपय लै। तऽ से नय गुरु बहिन जे हमरा एकेटा बेटे छल हमरा सब मनोरथ मनोकामना पूरा नय भेल हन। यदि अहाँ हमरा बेटा के मारिए देब तऽ हम अहाँकेँ से कहब जे मारि दय लै। कइला कहब हमहीं पुत वाली रहब हम बगैर पुते वाली रहब मगर हमरा अहाँ टेम (टाइम) दियऽ जे हम सब मनोरथ पूरा कऽ ली।

    कहलकय ठीक है। ऊ अप्पन  अइ जांगसँ फेन ओ घूरि कऽ गेल आ नाग के कन्हा पर चढ़ा लेलक ओकरा संस्कार केलक। सबटा कऽ धऽ कऽ सात दिन के बाद फेर नगीनिया दौड़ल भागल अबैत रहै।

    एलय तऽ कहलकय, रानी फेर अंगना बहारैत रहै तऽ ओकरा फेर नजरि पड़लय कहलकय हे गुरु बहिन कि बात हय, भऽ गेल मनोकामना पूरा? 

    कहलकय नै गुरु बहिन से अखन नै भेलय हन से अहाँ अजुके आठम इ आबऽ। अतबे दिनमे हम सब मनोकामना पूरा कऽ लेब।

    ठीक है फेर ओ ओहो दिन घूरि कऽ चलि गेल।

    राजा साहब एलखिन तऽ कहलखिन कि से देखू से अहाँ जाऊ बौआ के एगो लड़की खोजू गऽ अहाँ। अहाँ के बेटा बहुत गलत काम कऽ लेलक से आब तऽ जे गलतीमे पकड़ा गेलय ओकरा तऽ उबरास करय के हय से जाऊ अहाँ लड़की कोनो खोजू गन। 

    तऽ ऊ कहलकय अच्छा तऽ दियऽ हमरा, छत्ता देलकय डंटा देलकय विदा भेल। जाइत जाइत राजा साहब के जे आब मने सब धिया पुता है शिष्या तऽ ऊ राजा साहब के बेटी रहै। ऊहो रहै यै शिव के शिष्या। [गोर लगैत छी।] ऊहो रहै शिव के शिष्या।

    ओकर गेलय भऽ गेलय बात विचार सब फाइनल। कहलकय कि हम बड़ ओकतायल अयली हन से कुटुम अहाँ हमरा बियाह कऽ लियऽ से हमरा कहि दिय।

    कहलकय जाऊ ने अहाँ अटकोर मटकोर जे जहाँ करे के होत से करब आ अराती बराती अहाँ लऽ कऽ आयब। आर किछु नै हैत खाली अहाँ पाँच आदमी से जे आयब नऽ तऽ सिंदूरदान कऽ के अहाँ के हम विदा कऽ देब।

    से ई आयल रानी के कहलक जे यै आब सब चीज ओरिआउ। अल्लुक दल्लुक के अप्पन बगीनिया खूब नीप नापि राजा वाला बात, अप्पन सबके खबर, अंगनामे मने जे अड़ोसी पड़ोसी छथि तिनका सबके हकार दऽ देलकय हमरा बेटा के बियाह अइ हमरा बेटा के बियाह अइ, एकदम खुशी मनेलक।

    गेल तऽ अप्पन बियाह शादी कऽ कऽ ई आयल ऊ लड़की। तऽ ऊ लड़की केहन, केहन भगवंती जे ओकरा किस्मतमे रहय जे हम अपना पति के बचा ली। लड़की भऽ गेल शिष्या।

    ई आयल बियाह शादी कऽ कऽ तऽ ओहि पलंग बैठल रहै।  तऽ आइ एलन बियाह कऽ कऽ तऽ ओइ के बिहान भेलय कि केलथि तऽ ऊ हनहनाएल भागल अबैत रहय।

    तऽ ऊ राजा के घरवाली रहैत भनसा करैत आ ऊ लड़की रहै पूरबे मुँहे बैठ कऽ रोडे दिशा से एना कऽ तकैत। ओकरो आगम मागम भेलय। तब ओकरा नजरि पड़ि गेलय हनहनाएल ई एलय जहाँ चौखट के मुँह पर जे एना कऽ ऊ देलखिन थुथना तऽ कहलकय गुरु बहिन प्रणाम। 

    कहलकय जे कि बात हय हम तऽ जतय जाई छी ततय हमरासँ पहिले ककरो नजरि पड़ि जाए हय।

    तऽ कहलकय कि कहाँ गेली तऽ ओकर माय एलय कहलकय कि से हे हमरा सबमे जे तीन दिन के बाद एगो आरो सिंदूर पड़ए छै चतुर्थी कऽ। [अइमे कोई हेता तऽ बूझि गेलखिन] से तीन दिन के बाद आर एगो विध होइ हय तऽ ठीक हय तीन दिन के बाद अहाँ आबि जैब। आब सब मनोकामना हमरा पूरा भऽ गेल। तीन दिन के बाद अहाँ आबि जैब। 

    तऽ फेन ओइ दिना वापस चलि गेलखिन। तऽ ऊ वापस चलि गेलखिन तऽ ऊ लड़की कहलकय से यै माय, से बाबू के कहियौ कुम्हार ओइ जांग जाइ लै, से कुम्हार के कहतय कि से चारि गो तौला दय लै एगो ढकना दय लै। 

    तऽ ऊ कहलकय राजा वाला बात कहलखिन कि से हे यौ से जाऊ अहाँ दौड़ल दौड़ल कुम्हार ओइ जांग चारि गो तौला देत आ कहबय एगो ढकनो देत।

    तऽ ई  पाँचों समान लऽ कऽ उम्हरेसँ दूध बिकाइत रहय दूध कीन लेलैथ दोकानसँ चाऊर कीन लेलैथ चीनी कीन लेलैथ एकदम हलकैत दलकैत राजा साहब एला देला अप्पन घरवाली के। घरवाली पुतोहु के देलकय।

    ओकर पुतोहु उठल नया चूल्ही पर लोहियामे कऽ तसमय बनेलक। बना कऽ चारू तौलामे चारू कोन पर दऽ देलखिन। ढकनामे एक लप नून दऽ देलखिन। ओइमे एक लोटा पानि धऽ देलखिन, ठीक। 

    आब ओहि मुँहे घूरि कऽ बेरा तकैत छलखिन जे कब ई एते कब एते कब एते। तऽ ओकतायल के काम तऽ तुरंत भऽ जाय। हँ नागिन के बाट ऊ तकय।

    ई तऽ मोन बना लेलखिन शिष्या। ई तऽ शिव गुरु हिनका सब रंग के ज्ञान देने गेलन जे एना नय एना करबय तऽ हम जुगे जुगे अहिबाते रहबय। आब तऽ जे चलि गेलय से पलटि कऽ नय एतय। 

    तऽ तेकर बाद ऊ अप्पन ओहि मुँहे घूरि कऽ तकैत रहय। ई आयल तऽ ओइ दिना ओकर माय रहै आर दोसर काम करैत। फेन ऊ लड़किए घरसँ निकलकए, कहलकय गुरु बहिन प्रणाम तऽ प्रणाम कि झटसँ ओकर माय एलय।

    कहलकय कि गुरु बहिन? 

    तऽ कहलकय हँ आइ अहाँ डसि लऽ सकय छी। हमर सब मनोकामना पूरा भऽ गेल। 

    कहलकय ठीक है। 

    जब घरमे जे ढूकलखिन तऽ ओ लड़की कहय हय कि से यै गुरु बहिन सब दिन अयली अहाँ तऽ उपासे गेली। आइ के दिन अहाँ के हम खाना बना कऽ रखने छी, से अइ कोन से अहाँ धरिओ आ ओइ कोन से खाइत पियैत से अहाँ डसि लेब आ चलि जैब। 

    ओकर घरवाला पलंगे पर बैठल ओहो डसबे लै। एकदम ओइ दिन के दिन ओकर रहथिन शिव गुरु एकदम सहारा बनल। 

    ऊ कि केलखिन अइ मुँहे से ढूकलखिन चारू तौलामे एक हबक्का कऽ खीर खा लेलखिन आ जब एना कऽ मूड़ी उठेलखिन पलंग पर तऽ कहलकय गुरु बहिन ई कोन नीक काम केली अहा हा हा झूठा मुँहे केकरो नय डसि से नय तऽ ओ ढकनामे पानि अहीं लै रखने छी मुँह पोंछि लेब। 

    ऊ जे ओइमे मुँह देलक तो ओकरा मुँहमे पानि लगलय नूनछराइन। हिनकर विख तऽ उतरि गेलन। (गोर लगैत छी)

    हँ तँ ओकरा छोड़ि देलखिन। हँ ओ अहिबाति भऽ गेलय।

    ओ अहिबाति रहलय जुगे जुगे। 

    कहलकय हम हारली अहाँ जीतली।