Documented by Coralynn V. Davis and Carlos Gomez
Transcription by Nidhi Anand and Translation by Neeraj Kumar
Translation edits by Coralynn V. Davis
Teller: Kalpana Singh
Location: Madhubani
Date: 12/10/16
December 10, 2016: Session 3
Maithili Folklore Story 16_12_10_03
Side-by-side Maithili and English
अई खिस्साकेँ नाम छै जे पहिने जे लोग छोटमे बाल विवाह जे होय छलय मतलब मैचयोरड दिमाग नै रहय तखन जे बाल विवाह होइ छलय त’ केना बच्चा के ज्ञान होइ छलय त’ वएह बाल विवाह पर ई भेलय।
This story’s title is like, you know in earlier times people would get married as children, which means when their minds were not yet matured. And they would get married, so how could they acquire maturity? It’s based on this same theme, child marriage.
ओ एकटा राजाकेँ जे बेटी रहैन न त’ ओकर बियाह ठीक भेलय।
So, a king’s daughter, her marriage was arranged.
छोटमे माय बाप करा देल जाय छलय पहिने मने बुझु ने तीन बरस, पाँच बरस, सात बरस, पहिलुका इएह छलय।
You see, at a very young age parents would get them married, say, when they would turn three, or five, or seven; it was like that those days.
बड्ड पैघ भऽ गेलय त’ नौ बरस, ग्यारह बरस तक बहुत छोटेमे।
On the older side, they would still be nine, or eleven, at such a young age.
ओकरा ई नै ज्ञान रहय छलय कि मतलब जे हमरा ओ बर अई, ई दियर अई, ई सास अई, ई ससुर अई। एते ज्ञान नै रहय छलय।
They would not have the understanding that this is my husband, or he is my husband’s younger brother, or she is my mother-in-law, or he is my father-in-law. They wouldn’t have this much sense.
त’ बच्चाकेँ त’ चंचलता एके रंग रहतय लेकिन ओकर बियाह ठीक भऽ गेलय त’ राजाकेँ बेटासँ भेलय ठीक।
And the child’s playfulness would remain as before. So then that king’s daughter’s marriage was fixed with another king’s son.
आब जे कोनो राजा हेतिन ओ राजाकेँ बेटासँ बियाह ठीक भेलय। त’ बहुत ओकर संगी साथी सब जे रहय बच्चाकेँ जे मतलब दोस्त सब रहय फ्रेंड सब ओकरा सब संगे ओ खेलाए धुपै।
There was some other king, so her marriage got fixed with that king’s son. Her friends, that child’s friends, would often play with her.
त’ जखन उ एलय ने त’ सब ओकरा कहलकय कि जे अहाँकेँ त’ बियाह अई हम सब बर बरियाती अबय छै ओ देखय लै जाय छी।
Now, when she came, her friends told her, “Hey, your marriage day has come. The bridegroom and marriage party are arriving; we are going to see them.”
खूब सजा देने रहय ओकरा कनियाकेँ जे गहना गुड़िया जेवर लहंगा पटोर जते होय छै ओ पहिरा कऽ ओकरा बैसा देने रहय आ कनियाकेँ जे दोस्त सब रहय से त’ खबासिनो मतलब जे काज करय छलय तकरो बच्चा दोस्ते भेलय।
They had decorated her grandly, decking the bride in jewelry, a lehenga dress, and all is customary, and had sat her down there for marriage. And the bride’s friends were all there, even her housemaid’s daughter was also among them.
ओतेक त’ नै लोक पहिने बूझैत छलय कि एकरासँ नै दोस्ती सब दोस्त दोस्त भेलय।
People in those days would not comprehend that such a person wasn’t an appropriate friend; anyone could be a friend.
ओकरा ओ कहलकय कि अहाँ बैसू रानी हम जाय छी बरियाती के देखय लै लेकिन ओकरा दिमाग एते रहय बेसि ओकरासँ बेसि रहय कियैक त’ ओ त’ हर घरमे काज कऽ बुझय छलय राजा के बेटी के एते सुख छै त’ हमहूँ एहन होइतौं।
The maid’s daughter told her, “Hey princess, you sit here while I go to see the marriage party.” But, she (the maid’s daughter) was worldly, more so than the king’s daughter, because she would work in different homes and understood how much facility a king’s daughter can have, so, “even I could be like her.”
ओकरा ई फीलिंग मोनमे भेलय। ओ कहलकय एकरा ज्ञान त’ छै नै एकरासँ जे ठकि लेबय त’ एकरा किछु नै त’ ओ कहलकय जे अहाँ जे देखय लै जैब बरियाती अहाँ जे एना जेबय त’ सब त’ अहाँकेँ चिन्हि लेत बर बरियाती त’ सबटा अहाँकेँ ओ बूझि जेतय जे रानी एलय है।
She got this feeling. She thought, “Since she doesn’t understand, even if I cheat her she wouldn’t realize it.” She told her, “If you go to see the marriage party dressed like this, they would identify you, the entire party and the bridegroom would know that the bride has come to see them.”
ओइ दुआरे अहाँ कि करू जतेक अहाँ अपन गहना जेवर कपड़ा सब पहिरने छी ओहो हमरा अहाँ द’ दिय और अहाँ हमर बला कपड़ा पहिर कऽ अहाँ चलि जाउ बरकेँ देखय लै।
“That’s why what you should do is to give me all the clothes and jewelry that you are wearing, put on mine instead, and then go to see the bridegroom.”
अहाँ बरियातियो बर देखि लेब आ फेर अहाँ ऐब ने त’ हम अहाँकेँ से ई गहना कपड़ा खोलि कऽ द’ देब आ तखन फेर पहिर कऽ अहाँकेँ बियाह भ’ जैत।
“You will thus be able to see the marriage party as well. And when you come back I will remove these clothes and jewelry and give them back to you, and then you get married wearing them.”
एतेक ओकरा दिमाग नै रहलय कि हम जे चलिए जैब त’ हमर बियाह केना हैत बर बरियाती त’ आबि जेतय।
Now she didn’t have enough knowledge to understand, “How can I get married if I go out at all, because the bridegroom and marriage party will have already arrived by then.”
खैर, ओ बच्चा छलय ओ चलि गेल। ओ देखिते रहि गेल मग्न भ’ कऽ देखैत रहल।
Since she was just an innocent child, she went out. She was engrossed in watching the bridegroom and the marriage party arrive and continued watching them.
बर बरियाती एलय। आ ओ जे खबासनी के मतलब जे ओ चेरिया रहय ओकर बेटी जे रहय ओ अपन त’ बुझलक जे ई त’ हम कियै छोड़ि कियै अपन स्वार्थ जागि गेलय ओकरा अंदरमे। ओ बियाह कऽ लेलक ओइ बरसँ।
The bridegroom and marriage party arrived. And that maid’s daughter considered, “How can I let it go.” She became selfish. She married that bridegroom.
बर कि जाने गेलय आ राजा कि जाने गेलखिन जे ई हमर बेटी नय छी। सब त’ काजमे व्यस्त रहय छै ओकरा मुँह दिस के तकय कियै त’ घूँघट केने रहय छै हल्का त’ ओ केना बूझतय अइ तरमे हमर बेटी अइ या नोकरनी छै या कोई छै।
Now, how could the bridegroom have known that, and how could the king have known it was not his daughter? Everybody is busily occupied at such an occasion. Who would have had the time to look at her face? Since a bride would by custom have her face partially veiled, with her saree pulled down over her face, how could the king have known who the girl was behind the veil – his daughter, or maid’s daughter, or anybody else?
ओ अपन ओकरा संगे बियाह एकरा भ’ गेलय। बियाह भ’ गेलय त’ ओ अपन माय के कहय जहन विध सब जे हुअ लागय न त’ ओकर माय जे घरमे किछु किछु, कहय माय के आँचरि पकड़ि कऽ, ऐ माय हमर बियाह नै भेल है हम अहिना छी।
And so the maid’s daughter married the king’s son. Now when the wedding was over, during subsequent rituals the king’s daughter would pull her mother’s saree and tell her, “Hey, mother, my wedding has not occurred, I am as I was before.”
ओकर माय कहय, हय चुप रह ने। ओकरा भेलय ओकर खबासनि छै। हय चुप रह ने अखैन हमर बेटी के बियाह भ’ रहल अछि तू तंग कऽ रहल छैं।
Her mother would reply, “Hey, shut up.” She thought it was her maid. “Hey, you shut up, my daughter is getting married and you are bothering me.”
फेर ओ कहय माय के हम कुमारि छियौ, ऐ माय हम कुमारि छियौ, हमय बियाह नै।
Then again she would tell her mother, “I am still unmarried, my marriage has not occurred.”
ओ बच्चा छलय ओकरा झझकारि लय छलय चारू दिससँ सबके सब।
She was a child. She would get dismissed from all sides.
त’ जखन ओकरा बियाह-दान भ’ गेलय जहन डोलीमे ओ जाय लगलय तहन ओ देखलकय कि जे ओ कानि रहल छै आ ओ कहि रहल छै कि जे, गय माय हम नै रानी, भरथी रानी, भरथी केलक भेल सियानी। हमरा नै भेल बियाह। हम त’ अहिना रहि गेलौं।
Then, when the maid’s daughter got married and began to depart in the palanquin, the queen saw that her daughter was crying, “Hey mother, I am not the queen, Bharthi is the queen, Bharthi married him, she has matured. My marriage didn’t occur. I remain just as I was.”
त’ सब कहय कि एना सब कानि रहल छै माय गे माय ई एना कियै कानि रहल छै। एकर गप्प पर ध्यान देल जाय जे एकरा…
Then people advised, “Why is she crying, Oh mother, why is she crying like this? Let us pay attention to what she is saying.”
ई अपन डोली ल’ क’ चले गेल सबटा, जहन सबटा बहुत दिन बीतलय ओ खबासनि बनि रानी के बेटी गेलखिन आ ओ चलि गेलय रानी बनि कऽ खबासनि के बेटी। त’ बड़ बढ़िया सबटा ओकरा संगे चेरिया चेरिया जकाँ अपन काज करैत।
Now the maid’s daughter went off with her things in the palanquin. After that, many days passed since the maid’s daughter went there in the guise of the queen, and the king’s daughter went along with her as her maid in waiting. All was good then, the king’s daughter would do everything for her friend as her maid in waiting.
राजा जे देखलखिन कि राजा ई एतेक मने एकरामे संस्कार त’ कनी भइये जाय छै ने जेना लोक कहय छै पैघ लोकक बेटी या छोट लोक संस्कार त’ सबके बड़का बला रहय छै, छोटका के छोटका बला रहय छै।
The king there could see her demeanor, he could feel it. You know it comes naturally. Noble people’s daughters will have refined practices and common people’s daughters will have non-refined practices.
ओ पढ़ाई लिखाई केलक ओ नीक शिक्षा पूजा पाठ केलक। ओकरा सब देखय छलय जे ओ सब दिन ओ जे छै रानी के खबासनि जे एलय यै से एते बढ़ियासँ पूजा पाठ करय यै नहाय यै खूब नीकसँ आ ई एकरा अहिना ई खाइ यै पीबय यै।
She would study, she would worship. Everybody there would see that the maid who had arrived with the queen would wash herself so well everyday, would worship and such, while the queen would eat just like that (without bathing and such).
ओकरा मोनमे एक दिन भेलय मोनमे जे तहैन पूछलकय एकरासँ।
He felt it, then, and asked her about it.
त’ ओ कहलकय हम नै रानी भरथी रानी, मतलब सबटा खिस्सा ओ राजा के बेटा के कहलकय जेकरा बर के।
To which she replied, “I am not the queen, Bharthi is the queen.” In other words, she revealed everything to the king’s son.
बर जहैन कहलकय तहैन ओकरा ओ माय के कहलकय जे ई हमरा एना एना भेल अइ।
Her would-be husband informed his mother, “Such and such has happened to me.”
ओ सबटा कहलकय जे हमरा कपड़ा पहिर कऽ ई चलि आयल। हम अहिना रहि गेलौं। ई बियाह कऽ कऽ। हमहीं राजा के बेटी छी और ई हमर खबासनि छी।
She divulged it all: “She has arrived in my clothes. I remain as I was. This girl has married your son. I am the king’s daughter, and she is actually my maid.”
तहैन फेर ओकरासँ बजा कऽ ओकरा घरसँ ओकरा माय बाप के दंड देलखिन। दू खंड के गाड़ि देलखिन ओ खबासनि के बेटी के।
And so they called for her, they called for her parents’ from their home, and punished them. They slew and buried the maid’s daughter.
फेर रानी के फेर पूरा हुनका गहना गुड़िया पहिरा कऽ फेरसँ मने बियाह-दान कऽ कऽ हुनका परिछ अरिछ कऽ घर अनलखिन।
Once again they adorned the king’s daughter with jewelry and such. They wed her to their son, and brought her to their home, where they performed all the rituals to be done at the in-law’s place at a bride’s arrival.
यैह भेलय मतलब खिस्सा पिहानी बच्चाकेँ।
This is a story about children (child marriage).
Maithili Transcript
अई खिस्साकेँ नाम छै जे पहिने जे लोग छोटमे बाल विवाह जे होय छलय मतलब मैचयोरड दिमाग नै रहय तखन जे बाल विवाह होइ छलय त’ केना बच्चा के ज्ञान होइ छलय त’ वएह बाल विवाह पर ई भेलय।
ओ एकटा राजाकेँ जे बेटी रहैन न त’ ओकर बियाह ठीक भेलय।
छोटमे माय बाप करा देल जाय छलय पहिने मने बुझु ने तीन बरस, पाँच बरस, सात बरस, पहिलुका इएह छलय।
बड्ड पैघ भऽ गेलय त’ नौ बरस, ग्यारह बरस तक बहुत छोटेमे।
ओकरा ई नै ज्ञान रहय छलय कि मतलब जे हमरा ओ बर अई, ई दियर अई, ई सास अई, ई ससुर अई। एते ज्ञान नै रहय छलय।
त’ बच्चाकेँ त’ चंचलता एके रंग रहतय लेकिन ओकर बियाह ठीक भऽ गेलय त’ राजाकेँ बेटासँ भेलय ठीक।
आब जे कोनो राजा हेतिन ओ राजाकेँ बेटासँ बियाह ठीक भेलय। त’ बहुत ओकर संगी साथी सब जे रहय बच्चाकेँ जे मतलब दोस्त सब रहय फ्रेंड सब ओकरा सब संगे ओ खेलाए धुपै।
त’ जखन उ एलय ने त’ सब ओकरा कहलकय कि जे अहाँकेँ त’ बियाह अई हम सब बर बरियाती अबय छै ओ देखय लै जाय छी।
खूब सजा देने रहय ओकरा कनियाकेँ जे गहना गुड़िया जेवर लहंगा पटोर जते होय छै ओ पहिरा कऽ ओकरा बैसा देने रहय आ कनियाकेँ जे दोस्त सब रहय से त’ खबासिनो मतलब जे काज करय छलय तकरो बच्चा दोस्ते भेलय।
ओतेक त’ नै लोक पहिने बूझैत छलय कि एकरासँ नै दोस्ती सब दोस्त दोस्त भेलय।
ओकरा ओ कहलकय कि अहाँ बैसू रानी हम जाय छी बरियाती के देखय लै लेकिन ओकरा दिमाग एते रहय बेसि ओकरासँ बेसि रहय कियैक त’ ओ त’ हर घरमे काज कऽ बुझय छलय राजा के बेटी के एते सुख छै त’ हमहूँ एहन होइतौं।
ओकरा ई फीलिंग मोनमे भेलय। ओ कहलकय एकरा ज्ञान त’ छै नै एकरासँ जे ठकि लेबय त’ एकरा किछु नै त’ ओ कहलकय जे अहाँ जे देखय लै जैब बरियाती अहाँ जे एना जेबय त’ सब त’ अहाँकेँ चिन्हि लेत बर बरियाती त’ सबटा अहाँकेँ ओ बूझि जेतय जे रानी एलय है।
ओइ दुआरे अहाँ कि करू जतेक अहाँ अपन गहना जेवर कपड़ा सब पहिरने छी ओहो हमरा अहाँ द’ दिय और अहाँ हमर बला कपड़ा पहिर कऽ अहाँ चलि जाउ बरकेँ देखय लै।
अहाँ बरियातियो बर देखि लेब आ फेर अहाँ ऐब ने त’ हम अहाँकेँ से ई गहना कपड़ा खोलि कऽ द’ देब आ तखन फेर पहिर कऽ अहाँकेँ बियाह भ’ जैत।
एतेक ओकरा दिमाग नै रहलय कि हम जे चलिए जैब त’ हमर बियाह केना हैत बर बरियाती त’ आबि जेतय।
खैर, ओ बच्चा छलय ओ चलि गेल। ओ देखिते रहि गेल मग्न भ’ कऽ देखैत रहल।
बर बरियाती एलय। आ ओ जे खबासनी के मतलब जे ओ चेरिया रहय ओकर बेटी जे रहय ओ अपन त’ बुझलक जे ई त’ हम कियै छोड़ि कियै अपन स्वार्थ जागि गेलय ओकरा अंदरमे। ओ बियाह कऽ लेलक ओइ बरसँ।
बर कि जाने गेलय आ राजा कि जाने गेलखिन जे ई हमर बेटी नय छी। सब त’ काजमे व्यस्त रहय छै ओकरा मुँह दिस के तकय कियै त’ घूँघट केने रहय छै हल्का त’ ओ केना बूझतय अइ तरमे हमर बेटी अइ या नोकरनी छै या कोई छै।
ओ अपन ओकरा संगे बियाह एकरा भ’ गेलय। बियाह भ’ गेलय त’ ओ अपन माय के कहय जहन विध सब जे हुअ लागय न त’ ओकर माय जे घरमे किछु किछु, कहय माय के आँचरि पकड़ि कऽ, ऐ माय हमर बियाह नै भेल है हम अहिना छी।
ओकर माय कहय, हय चुप रह ने। ओकरा भेलय ओकर खबासनि छै। हय चुप रह ने अखैन हमर बेटी के बियाह भ’ रहल अछि तू तंग कऽ रहल छैं।
फेर ओ कहय माय के हम कुमारि छियौ, ऐ माय हम कुमारि छियौ, हमय बियाह नै।
ओ बच्चा छलय ओकरा झझकारि लय छलय चारू दिससँ सबके सब।
त’ जखन ओकरा बियाह-दान भ’ गेलय जहन डोलीमे ओ जाय लगलय तहन ओ देखलकय कि जे ओ कानि रहल छै आ ओ कहि रहल छै कि जे, गय माय हम नै रानी, भरथी रानी, भरथी केलक भेल सियानी। हमरा नै भेल बियाह। हम त’ अहिना रहि गेलौं।
त’ सब कहय कि एना सब कानि रहल छै माय गे माय ई एना कियै कानि रहल छै। एकर गप्प पर ध्यान देल जाय जे एकरा…
ई अपन डोली ल’ क’ चले गेल सबटा, जहन सबटा बहुत दिन बीतलय ओ खबासनि बनि रानी के बेटी गेलखिन आ ओ चलि गेलय रानी बनि कऽ खबासनि के बेटी। त’ बड़ बढ़िया सबटा ओकरा संगे चेरिया चेरिया जकाँ अपन काज करैत।
राजा जे देखलखिन कि राजा ई एतेक मने एकरामे संस्कार त’ कनी भइये जाय छै ने जेना लोक कहय छै पैघ लोकक बेटी या छोट लोक संस्कार त’ सबके बड़का बला रहय छै, छोटका के छोटका बला रहय छै।
ओ पढ़ाई लिखाई केलक ओ नीक शिक्षा पूजा पाठ केलक। ओकरा सब देखय छलय जे ओ सब दिन ओ जे छै रानी के खबासनि जे एलय यै से एते बढ़ियासँ पूजा पाठ करय यै नहाय यै खूब नीकसँ आ ई एकरा अहिना ई खाइ यै पीबय यै।
ओकरा मोनमे एक दिन भेलय मोनमे जे तहैन पूछलकय एकरासँ।
त’ ओ कहलकय हम नै रानी भरथी रानी, मतलब सबटा खिस्सा ओ राजा के बेटा के कहलकय जेकरा बर के।
बर जहैन कहलकय तहैन ओकरा ओ माय के कहलकय जे ई हमरा एना एना भेल अइ।
ओ सबटा कहलकय जे हमरा कपड़ा पहिर कऽ ई चलि आयल। हम अहिना रहि गेलौं। ई बियाह कऽ कऽ। हमहीं राजा के बेटी छी और ई हमर खबासनि छी।
तहैन फेर ओकरासँ बजा कऽ ओकरा घरसँ ओकरा माय बाप के दंड देलखिन। दू खंड के गाड़ि देलखिन ओ खबासनि के बेटी के।
फेर रानी के फेर पूरा हुनका गहना गुड़िया पहिरा कऽ फेरसँ मने बियाह-दान कऽ कऽ हुनका परिछ अरिछ कऽ घर अनलखिन।
यैह भेलय मतलब खिस्सा पिहानी बच्चाकेँ।