Documented by Coralynn V. Davis and Carlos Gomez
Transcription by Nidhi Anand and Translation by Neeraj Kumar
Translation edits by Coralynn V. Davis
Teller: Dr. Rani Jha
Location: Madhubani
Date: 12/15/16
December 15, 2016: Session 3
Maithili Folklore Story 16_12_15_03
Side-by-side Maithili and English
फुद्दी चिड़ैय रहय। ओकरा एकटा बदाम भेटलय।
There once was a little fuddi bird. She found an almond.
ऊ गेल जाँतमे दररऽ, जाँतमे दररऽ गेल तऽ ओ जाँतकेँ कीलमे एकटा बदाम कतऽ ओ फँसि गेल।
She went to grind it with a grinder stone, and as she went to do that, the almond got stuck in the holder-nail of the grinder.
आब ओकरा निकलबे नय करय।
Now she would not be able to get it out.
ओ कीलकेँ कहलकय कि मने खूँटाकेँ जाँतकेँ खूँटाकेँ जे खूँटा खूँटा दाल दे, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
So she asked the nail, “Hey, grinder, hey grinder, give me the pulse. Otherwise, what am I supposed to eat, what am I supposed to drink, what am I to take to another place?”
खूँटा कहलकय कि जो जो दालि लेता फँसि गेलन हऽ तऽ। तऽ विदा भेल बेचारा।
The grinder said, “Hrmph, go, go, don’t think you can have the pulse if it has gotten stuck.” So the poor thing left.
फुद्दी चिड़ैय बेचारी विदा भेल । ओतऽसँ कनी दूर गेल ने तऽ फेर ओकरा सोचलक कि जे नय ई तऽ नय करत तऽ बड़ही ओइ ठाम गेल।
The poor fuddi bird departed from there. As she went along, she decided that since he wouldn’t do it, she would go to the carpenter.
कहलकय जे, हँ हो बड़हिबा, बड़ही बड़ही खूँटा चीर, बड़ही बड़ही खूँटा चीर, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She asked him, “Hey carpenter, hey carpenter, tear open this grinder, tear open this grinder. The grinder won’t release the pulse, so what am I to eat, so what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
बड़ही कहलकय जो जो हमरा ओतबै काज अइ जे तोहर खूँटा चिरइयो गऽ हम। तहन ई गेल रानी लग। राजा के जे रहय रानी तकरा लग नै राजा लग, राजा लगमे पहिने गेल।
The carpenter said, “Go away, scram! Do you think that I have nothing better to do than to tear open your grinder?” Then she went to the queen…no, she went to the king first.
राजा के कहलकय कि जे राजा राजा बड़ही डाँट, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She asked the king, “Hey king, hey king, scold the carpenter. The carpenter refuses to tear open my grinder. My grinder would not give me the pulse. What then am I to eat, what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
राजा कहलकय नै नै बड़ही के कियै हम ओइ लै जुर्माना करिऔ तोहर खूँटा चिरै लै। तऽ नै भेलय ओतौ काज तऽ रानी लगमे गेल।
The king replied, “No, no, why would I punish the carpenter for not tearing open your grinder?” Her efforts with him were for naught, so next she went to the queen.
रानी के कहलकय रानी रानी राजा बुझा, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She said to the queen, “Oh queen, please make the king understand. The king refused to scold the carpenter, the carpenter would not tear open the grinder, the grinder would not give me the pulse, so what am I to eat, what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
रानी कहलकय जो जो हम जाय छियय अइ लै राजा के इतनी टा बात लै हम जाय छियय राजा के कहय लै।
The queen answered, “Go away, scram! Why should I go and speak to the king about this petty matter?”
बेचारी फेर ओतऽसँ विदा भेल । गेल सांप लग।
The poor thing departed from there. She approached the snake.
सांपकेँ कहलकय सांप सांप रानी काट, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She prodded the snake, “Hey snake, hey snake, bite the queen. The queen would not make the king understand, the king would not scold the carpenter, the carpenter would not tear open the grinder, the grinder would not give me the pulse, so what am I to eat, what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
सांप कहलकय हय तोरा दालि दुआरे तोरा खूँटा चिरऽ दुआरे हम जाऊ हम रानी के कटियौ गऽ। हम नै कटबय गऽ।
The snake said, “Hey, why would I bite the queen just for the sake of your pulse, or for the sake of your grinder? I won’t bite her.”
फेर ओतऽसँ बेचारी विदा भेल। लाठी लगमे गेल।
Again that poor thing departed from there. She went to the stick.
लाठी केँ कहलकय लाठी लाठी सांप मार, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She beseeched the stick, “Hey stick, hey stick, kill the snake. The snake would not bite the queen, the queen would not make the king understand, the king would not scold the carpenter, the carpenter would not tear open my grinder, the grinder would not give me the pulse. What am I to eat, what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
कहलकय कि लाठी नै नै हम नै सांप तांप मारय छी। तहन फेर आगि लगमे गेल।
The stick then said, “No, no. I don’t kill snakes and such.” So next she went to the fire.
कहलकय आगि आगि लाठी जार, लाठी नै सांप मारे, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She asked him, “Hey fire, hey fire, burn the stick. The stick would not kill the snake, the snake would not bite the queen, the queen would not make the king understand, the king would not scold the carpenter, the carpenter would not tear open the grinder, the grinder would not give me the pulse. What am I to eat, what am I to drink, what would I carry to the other place?”
तऽ ओहो आगिओ कहलकय कि जे नय नय हम केना ठीके जरेबय। हम इतनी बात लै हम नै जाय छी। तहन ओ समुद्र लगमे गेल।
Then that fire also said, “No, no, how would I burn the stick? For such a small issue I won’t do it.” So next she approached the ocean.
समुद्र के कहलकय, समुद्र समुद्र आगि मिझा, आगि नै लाठी जारय लाठी नै सांप मारे, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
She told the ocean, “Hey ocean, hey ocean, douse the fire. The fire would not burn the stick, the stick would not kill the snake, the snake would not bite the queen, the queen would not make the king understand, the king would not scold the carpenter, the carpenter would not tear open the grinder, the grinder would not give me the pulse, so what am I to eat, what am I to drink, what am I to carry to the other place?”
समुद्र के भेलय जे नय मने पैघ के तऽ पैघ दिल रहय छै न। ओ सोचलक जे नय जांय फुद्दी चिड़ैय के कोनो समस्या भेलय है तांय हमरा लगमे आयल है। कहलकय चल तऽ तोरा के नय कऽ दय छौ।
Then the ocean thought that, I mean, the big… she must have a big heart. He thought to himself, “This small bird has come to me; surely she is facing some problem.” He told her, “Come, let’s go, let me see who isn’t giving it to you.”
आगि जैं देखलकय जे समुद्र हमरा मिझा देत कि ओ पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा मिझाबे मुकाबले मत कोई हम तऽ लाठी डाहब रोई।
The fire saw that “the ocean will put me out.” But prior to that he started singing, “No one should douse me; rather I will, with remorse, burn the stick.”
बस लाठी बुझलक जे आब तऽ हमरा डाहि देत पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा डाहे ऊहे मत कोई हम तऽ सांप मारब रोई।
Well then, the stick understood, “Now the fire will burn me up,” so prior to that he began to sing, “No one should burn me; rather I will, with remorse, kill the snake.”
सांप बुझलकय जे हमरा तऽ मारिए देत पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा मारे ऊरे मत कोई हम तऽ रानी काटब रोई।
The snake understood that “now the stick will kill me,” so prior to that he began to sing, “No one should kill me, rather I would surely, with remorse, bite the queen.”
रानी बुझलक आब तऽ हमरा सांप काटि लेत। हम मरि जैब पहिने अप्पन ओहो गाबऽ लागल, हमरा काटे ऊटे मत कोई हम तऽ राजा बुझायब रोई।
The queen understood that “now the snake will bite me,” so she began to sing, “No one should bite me; I would surely rather make the king understand.”
राजा बुझलक जे नै रानी हमरा कहऽ आयल है तऽ ओकर बात सुनऽ के चाही। तऽ अनेरे के ई हमरा बुझबऽ लागत दुनियाभर के उपदेश देबऽ लागत तइसँ बढ़िया हम बड़हिए के सजा दऽ दय छियय।
The king then understood, “Since the queen has come to tell me, I should listen to her talk. But she will senselessly give me long lectures, so it’s better that I punish the carpenter.”
कहलकय राजो गाबऽ लागल, हमरा बुझाबे बुझाबे मत कोई हम तऽ बड़ही बारब रोई।
The king also began to sing, “No one should preach to or make suggestions to me; I will certainly, with remorse, punish the carpenter.”
बड़हिबा बुझलक जे हमरा राजा आब जुर्माना करत।ओहो कहलकय हमरा र्मारे ऊरे मत कोई हम तऽ खूँटा चीरब रोई।
The carpenter understood that “now the king will punish me.” He also began to sing, “No one should beat me; I will surely, with remorse, tear open the grinder.”
ओ गेलय बड़हिबा आड़ी लेलकय खूँटा चीर देलकय। खूँटामेसँ दालि निकलि गेलय। फुद्दी चिड़ैय लोलमे लेलक आ उड़ि कऽ चलि गेल। खिस्सा खत्म।
And so, the carpenter went and tore open the grinder. The pulse came out of the grinder. The small bird picked it up and flew away. The story is over.
Maithili Transcript
फुद्दी चिड़ैय रहय। ओकरा एकटा बदाम भेटलय।
ऊ गेल जाँतमे दररऽ, जाँतमे दररऽ गेल तऽ ओ जाँतकेँ कीलमे एकटा बदाम कतऽ ओ फँसि गेल।
आब ओकरा निकलबे नय करय।
ओ कीलकेँ कहलकय कि मने खूँटाकेँ जाँतकेँ खूँटाकेँ जे खूँटा खूँटा दाल दे, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
खूँटा कहलकय कि जो जो दालि लेता फँसि गेलन हऽ तऽ। तऽ विदा भेल बेचारा।
फुद्दी चिड़ैय बेचारी विदा भेल । ओतऽसँ कनी दूर गेल ने तऽ फेर ओकरा सोचलक कि जे नय ई तऽ नय करत तऽ बड़ही ओइ ठाम गेल।
कहलकय जे, हँ हो बड़हिबा, बड़ही बड़ही खूँटा चीर, बड़ही बड़ही खूँटा चीर, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
बड़ही कहलकय जो जो हमरा ओतबै काज अइ जे तोहर खूँटा चिरइयो गऽ हम। तहन ई गेल रानी लग। राजा के जे रहय रानी तकरा लग नै राजा लग, राजा लगमे पहिने गेल।
राजा के कहलकय कि जे राजा राजा बड़ही डाँट, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
राजा कहलकय नै नै बड़ही के कियै हम ओइ लै जुर्माना करिऔ तोहर खूँटा चिरै लै। तऽ नै भेलय ओतौ काज तऽ रानी लगमे गेल।
रानी के कहलकय रानी रानी राजा बुझा, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
रानी कहलकय जो जो हम जाय छियय अइ लै राजा के इतनी टा बात लै हम जाय छियय राजा के कहय लै।
बेचारी फेर ओतऽसँ विदा भेल । गेल सांप लग।
सांपकेँ कहलकय सांप सांप रानी काट, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
सांप कहलकय हय तोरा दालि दुआरे तोरा खूँटा चिरऽ दुआरे हम जाऊ हम रानी के कटियौ गऽ। हम नै कटबय गऽ।
फेर ओतऽसँ बेचारी विदा भेल। लाठी लगमे गेल।
लाठी केँ कहलकय लाठी लाठी सांप मार, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
कहलकय कि लाठी नै नै हम नै सांप तांप मारय छी। तहन फेर आगि लगमे गेल।
कहलकय आगि आगि लाठी जार, लाठी नै सांप मारे, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
तऽ ओहो आगिओ कहलकय कि जे नय नय हम केना ठीके जरेबय। हम इतनी बात लै हम नै जाय छी। तहन ओ समुद्र लगमे गेल।
समुद्र के कहलकय, समुद्र समुद्र आगि मिझा, आगि नै लाठी जारय लाठी नै सांप मारे, सांप नय रानी काटे, रानी ने राजा बुझाबे, राजा ने बड़ही डाँटे, बड़ही ने खूँटा चिरे, खूँटा ना दाल दिये, का खांऊ, का पीबूं का लेके परदेस जाऊं।
समुद्र के भेलय जे नय मने पैघ के तऽ पैघ दिल रहय छै न। ओ सोचलक जे नय जांय फुद्दी चिड़ैय के कोनो समस्या भेलय है तांय हमरा लगमे आयल है। कहलकय चल तऽ तोरा के नय कऽ दय छौ।
आगि जैं देखलकय जे समुद्र हमरा मिझा देत कि ओ पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा मिझाबे मुकाबले मत कोई हम तऽ लाठी डाहब रोई।
बस लाठी बुझलक जे आब तऽ हमरा डाहि देत पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा डाहे ऊहे मत कोई हम तऽ सांप मारब रोई।
सांप बुझलकय जे हमरा तऽ मारिए देत पहिनेसँ गाबऽ लागल, हमरा मारे ऊरे मत कोई हम तऽ रानी काटब रोई।
रानी बुझलक आब तऽ हमरा सांप काटि लेत। हम मरि जैब पहिने अप्पन ओहो गाबऽ लागल, हमरा काटे ऊटे मत कोई हम तऽ राजा बुझायब रोई।
राजा बुझलक जे नै रानी हमरा कहऽ आयल है तऽ ओकर बात सुनऽ के चाही। तऽ अनेरे के ई हमरा बुझबऽ लागत दुनियाभर के उपदेश देबऽ लागत तइसँ बढ़िया हम बड़हिए के सजा दऽ दय छियय।
कहलकय राजो गाबऽ लागल, हमरा बुझाबे बुझाबे मत कोई हम तऽ बड़ही बारब रोई।
बड़हिबा बुझलक जे हमरा राजा आब जुर्माना करत।ओहो कहलकय हमरा र्मारे ऊरे मत कोई हम तऽ खूँटा चीरब रोई।
ओ गेलय बड़हिबा आड़ी लेलकय खूँटा चीर देलकय। खूँटामेसँ दालि निकलि गेलय। फुद्दी चिड़ैय लोलमे लेलक आ उड़ि कऽ चलि गेल। खिस्सा खत्म।