Documented by Coralynn V. Davis and Carlos Gomez
Transcription by Nidhi Anand and Translation by Neeraj Kumar
Translation edits by Coralynn V. Davis
Teller: Unknown
Location: Sagarpur
Date: 03/23/17
March 23, 2017: Session 6
Maithili Folklore Story 17_03_23_06
Side-by-side Maithili and English
शिव चर्चा होइ छल। शिव चर्चा होइ छल। एक ठमा शिव चर्चा होइ छल।
A charcha devotional session for Lord Shiva was taking place. A Shiv charcha gathering was going on somewhere.
जेना दीदी भाई सब शिव चर्चा करय है ने तेनाहिते शिव चर्चा होइ छल।
As you know sisters and brothers organise Shiv charcha, just like that particular Shiv charcha was taking place.
तऽ एगो डोमिनिया जाइ छल सूप बेचय लै तऽ ऊ डोमिनिया कहलकय हे शिव गुरू जे हमर सूप बिक जेतय न तऽ अहाँकेँ हम चर्चा करब।
A woman of the Dom caste, a dominiya was passing by there to sell flat sup baskets. She prayed, “Hey, Shiv Guru, if all my baskets are sold I will also hold a Shiv charcha.”
हँ तऽ हे शिव गुरू जे हमर अथी बिक जैत ने सूप तऽ हम चर्चा करब। तऽ ओकर सूप बिक गेलय।
“Yes, Shiv Guru, if all my baskets get sold I will hold a devotional gathering.” Subsequently, all of her baskets were sold.
तऽ ऊ घर गेल तऽ गुल्ली मिश्री लेलक आ सब शिष्य बहिन के कहि आयल अंगने अंगने कहि आयल। सब शिष्य बहिन के कहि आयल ऊ डोमिनिया कहि आयल जे हम चर्चा करय छी गुरू बहिन अंगना आयब।
So she went home, took small cubes of mishri sweets for offering and went door-to-door to inform the disciple sisters. That dominiya went and informed all the disciple sisters, “Hey, Guru sisters, I am holding a charcha session; please come to my home.”
तऽ कोनो गुरु बहिन नै गेलखिन, नै गेलखिन। तऽ ऊ अप्पन शिवगुरू के चर्चा केलखिन। शिवगुरू के चर्चा केलखिन अकेले केलखिन।
The Guru sisters didn’t attend, so she went ahead and held the Shiv charcha on her own. She held the Shiv charcha and on her own, alone.
आ कोनो गुरु बहिन हुनका कहुँ नै गेलखिन जे डोमिन हय तऽ केना कऽ हम जैब मने छुआ जैब। ओकरा घर के प्रसादी हम केना कऽ खैब हम छुआ जैब।
And no Guru sister went to attend at her home because they thought, “She is a woman of the lowly dom caste, and we will get touched [and thereby defiled] if we visit her place. How can we eat prasad blessed offerings from her home? We will get touched.”
ओइ चलते कोनो शिष्य बहिन नै गेलखिन ओकरा यहाँ।
For that reason, none of the devotee sisters went to her home.
तैयो ऊ शिवगुरू के चर्चा केलखिन अकेले। अकेले पाँच गो भजन कहलखिन। भजन कऽ कऽ तकर बाद ऊ आरती आर लगेलखिन। आरती आर लगा कऽ अपने मने शिव चर्चा बला गुल्ली मिश्री प्रसादी सब अप्पन खा लेलखिन आ जेते शिष्य बहिन छलखिन ओकरा सबके मोन खराब भऽ गेलय।
Despite that, she held Shiv charcha on her own. Alone she sang five devotional songs. After the songs, she offered aarti prayer. Afterward, she ate the mishri prasad that had been offered and such. And all the devotee sisters fell sick.
अंगने अंगने कहऽ गेलखिन तऽ कोनो गुरु बहिन नै गेलखिन तऽ वैह मोन खराब भऽ गेलय।
She had gone to their courtyards to invite them all, but since none of them came to attend, they all fell sick.
तऽ फेर बाबा एलखिन तऽ रूप धऽ कऽ गेलखिन बाबा सबके शिष्य बहिन के अंगने अंगने कहय से हे गुरु बहिन जे अहाँ के कि होय है।
Then Lord Shiva himself took a human form and went to ask all devotee sisters at their home, “Hey, what’s happened to you?”
सबके अंगना गेलय सबके अंगना तऽ हे गुरु बहिन जे अहाँ के कि होय है।
He went to all their courtyards and asked, “What’s happening to you?”
तऽ हमरा मोन खराब है।
They replied, “I am not well.”
तऽ अहाँ कत्तौ कोनो शिष्य गुरु बहिन के अंगनामे चर्चा होइ छलय अहाँ के कहने छलथि अहाँ गेलियय।
“And, did you really attend Shiv charcha at the place of someone who had invited you?”
कहलकय नय हम नय गेलियय। तऽ से नय हम नय गेलियय।
They said, “No, I didn’t attend. No, actually.”
तऽ बंधु से अहाँ नय गेलियय तऽ अहाँ के ओकरा सुघर खोबारमे प्रसादी छिटल हय से जाऊ खा लेब सब गुरु बहिन तऽ ठीक भऽ जैत।
He said, “Friends, you didn’t go to attend, so now go and eat the prasad offerings that are strewn around her home here and there, and all you devotee sisters will get well.”
सब फेर शिष्य बहिन गेलखिन। सब फेर शिष्य बहिन गेलखिन आ तऽ डोमिनिया इंहा तऽ ऊ सब प्रसाद रहय सुघर खोबारमे छिट देने तऽ सब शिष्य बहिन खेलखिन ओइ ओतऽ डोमिनिया घर के शिष्य प्रसादी उठा कऽ तब सब कोई नीक भऽ गेलखिन।
Again all the devotee sisters went there to the home of that dom woman, and ate the blessed offerings strewn all around her home, and they all became well again.
Maithili Transcript
शिव चर्चा होइ छल। शिव चर्चा होइ छल। एक ठमा शिव चर्चा होइ छल।
जेना दीदी भाई सब शिव चर्चा करय है ने तेनाहिते शिव चर्चा होइ छल।
तऽ एगो डोमिनिया जाइ छल सूप बेचय लै तऽ ऊ डोमिनिया कहलकय हे शिव गुरू जे हमर सूप बिक जेतय न तऽ अहाँकेँ हम चर्चा करब।
हँ तऽ हे शिव गुरू जे हमर अथी बिक जैत ने सूप तऽ हम चर्चा करब। तऽ ओकर सूप बिक गेलय।
तऽ ऊ घर गेल तऽ गुल्ली मिश्री लेलक आ सब शिष्य बहिन के कहि आयल अंगने अंगने कहि आयल। सब शिष्य बहिन के कहि आयल ऊ डोमिनिया कहि आयल जे हम चर्चा करय छी गुरू बहिन अंगना आयब।
तऽ कोनो गुरु बहिन नै गेलखिन, नै गेलखिन। तऽ ऊ अप्पन शिवगुरू के चर्चा केलखिन। शिवगुरू के चर्चा केलखिन अकेले केलखिन।
आ कोनो गुरु बहिन हुनका कहुँ नै गेलखिन जे डोमिन हय तऽ केना कऽ हम जैब मने छुआ जैब। ओकरा घर के प्रसादी हम केना कऽ खैब हम छुआ जैब।
ओइ चलते कोनो शिष्य बहिन नै गेलखिन ओकरा यहाँ।
तैयो ऊ शिवगुरू के चर्चा केलखिन अकेले। अकेले पाँच गो भजन कहलखिन। भजन कऽ कऽ तकर बाद ऊ आरती आर लगेलखिन। आरती आर लगा कऽ अपने मने शिव चर्चा बला गुल्ली मिश्री प्रसादी सब अप्पन खा लेलखिन आ जेते शिष्य बहिन छलखिन ओकरा सबके मोन खराब भऽ गेलय।
अंगने अंगने कहऽ गेलखिन तऽ कोनो गुरु बहिन नै गेलखिन तऽ वैह मोन खराब भऽ गेलय।
तऽ फेर बाबा एलखिन तऽ रूप धऽ कऽ गेलखिन बाबा सबके शिष्य बहिन के अंगने अंगने कहय से हे गुरु बहिन जे अहाँ के कि होय है।
सबके अंगना गेलय सबके अंगना तऽ हे गुरु बहिन जे अहाँ के कि होय है।
तऽ हमरा मोन खराब है।
तऽ अहाँ कत्तौ कोनो शिष्य गुरु बहिन के अंगनामे चर्चा होइ छलय अहाँ के कहने छलथि अहाँ गेलियय।
कहलकय नय हम नय गेलियय। तऽ से नय हम नय गेलियय।
तऽ बंधु से अहाँ नय गेलियय तऽ अहाँ के ओकरा सुघर खोबारमे प्रसादी छिटल हय से जाऊ खा लेब सब गुरु बहिन तऽ ठीक भऽ जैत।
सब फेर शिष्य बहिन गेलखिन। सब फेर शिष्य बहिन गेलखिन आ तऽ डोमिनिया इंहा तऽ ऊ सब प्रसाद रहय सुघर खोबारमे छिट देने तऽ सब शिष्य बहिन खेलखिन ओइ ओतऽ डोमिनिया घर के शिष्य प्रसादी उठा कऽ तब सब कोई नीक भऽ गेलखिन।