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Musahar’s Fate and the Rice Water / मुसहर आ माड़

    Documented by Coralynn V. Davis and Carlos Gomez
    Transcription by Nidhi Anand and Translation by Neeraj Kumar

    Teller: Sheela Devi
    Location: Jitwarpur
    Date: 9/13/16

    September 13, 2016: Session A8
    Maithili Folklore 16_09_13_a_8

    View the transcription in Maithili.

    Side-by-side Maithili and English

    एगो राजा के बेटी छलै न। ऊ राजा के बेटी के कंठ के भीतरी घाव भ गेल छलै। डाक्टर सबसे देखेलकय, डाक्टर सब रिस्क नइ लेलकय। त इसको आपरेशन किया जाएगा, ना तो इ मर जाएगी। नइ रिस्क लेलकय।

    Once there was a king and he had a daughter. The princess had a wound in her throat. She consulted many doctors but none of them took the risk. It had to be operated on, but they feared she might die. They didn’t take the risk. 

    ओकरा घर में एगो मुसहर छलै नौकर। राजा के घर में मुसहर नौकरी करै छलै। हर जोतए छलै। सब दिन के हर जोतए छलै। उनका कनिया सब दिन के धान लबइ छलै। धान के कूट के उ पूरा मार जे पसबई है न चावल भात बना कर, त उ मार में पूरा भात खसा क उ कनिया पी लय छलै आ उ भात छूछे राइख दय छलै बर लै।

    A servant, who was Musahar by caste, worked at the princess’s home. He ploughed the fields. Everyday he would plough. His wife would bring back some rice paddy everyday. She would dehusk the paddy and would cook rice. Then she would pour a major share of the rice into the remaining rice starch water and drink that. And she would leave just a little rice for her husband — all without his knowledge.    

    (करिये। बइस जाउ ने।)

    (Do it. Go ahead and sit down?)

    उ अपना बर के लिए चावल छूछे राइख दय छलै। मार में आधा भात खसा क पी लइ छल। त उ ओकर कनिया उ मुसहरनी मोटायल जाय छल। आ ओकर बर जे छलै हरजोता से लटल जाय छलै। त उ सब दिन के जाय छले।

    Since she would leave just some rice for her husband and drink most of that with the starch water, she started gaining weight. And her husband who ploughed the fields everyday gradually got weaker.  

    त उ कि सोचलक जे इ मौगी कहे है जे हम सब दिन मारे पीयय छी त ई एते मोटायल जाय है। आ हमरा लै भात ध दइ है त हम पातर भैल जाइ छी से नइ त हम देखए छी कि खा के मोटाय है। 

    So he thought, “this woman tells me she drinks just starch water and is yet gaining weight. And when she leaves the rice for me, yet I am losing weight. What is happening here!” 

    त उ एक दिन हर में से उइठ के आयल। आ उइठ के आयल आ देखय है त इ पहिले ओइ जनाना से उ अपना पत्नी से पहिले आइब के पूरा मार पी लेलक।

    Then one day he left his ploughing mid way through and then went home, where he ate all the rice with the starch water.

    मार में देखइ यै भात गिरल आ मार। पूरा मार भात पी लेलक। ओ फेर चलि गेल हर जोतए लै।आब इ कनिया कि केलक त हन हन पट पट करअ लागल जे आइ हम नइ मार पीली त हर हर पट पट करअ लागल घरवाला पर विखे फुछ भैल।

    He saw that the rice was kept mixed with starch water and, hence, he drank all of that. Then he left for the fields. Later, when his wife arrived home, she became angry over what she just saw and at her husband.  

    कहे कि आब एकरा हम केना एकरा हम माइर खियाब। कतअ एकरा हम कि करब। त गेल राजा के अंगना में बोइन लाबइ लै।

    She vowed to teach him a lesson. Then she left for king’s palace for her day’s food grain.

    त राजा बेटी के देखलकय घाव से बड़ परेशान भैल। त कहए है रानी के, रानी अंहा किया परेशान में छी एते। आंए अंहा के अपने हरजोतबा है अथी ओझा गुणी तब अंहा एते परेशान छी। से घरे में ओझा तइयो अंहा एते टेंशन करे छी।

    After she arrived at the king’s palace, she saw the princess grieving in pain. So she said, “Madam, why are you grieving in pain? Don’t you know the person who ploughs your fields is a ‘healer’ who cures people of their pain? The healer sits in your home and you are in pain totally unaware of this fact!”

    आ थोडे़ मंत्रो नइ जानत रहे मुसहरबा। कुध नइ ओकरा आबइत रहेन। 

    She was very much aware that her husband didn’t know even a single mantra that he could chant to cure pain. He just didn’t know anything of that sort.     

    तब कहलकय, आंए, से बात। त इ कहियो बाजल है जे ऐहन घाव है तइयो इ कहियो बाजल है कि हम इ जानइ छी जे ठीक क देबय। से नइ त आइ खाल खींच क एकरा भूसा भरि दइ छियय, आइ नइ हमरा बेटी के ठीक करत त। से कहि है।  

    Then the king said, “Oh, so that’s the matter. Look at this guy, he has never told us that he knows such remedies. Today if he doesn’t cure my daughter, I will peel off his skin and pack straw in it.” 

    तब कहलकय कि से आयल हर जोइत क त कहि है कि आइ तू पहिले हर के बड़द बांध दहि नाइद में, आ पहिले हमरा बेटी के ठीक कर। आइ जाले नइ ठीक करबैं हमरा बेटी के, ताले तोरा आइ हम खाल खींच क भूसा भरि देबौ।

    Then when the king saw him arrive there, he asked him to tie up the ox with his food bucket and first cure his daughter. “If you don’t cure her of her pain I will peel off your skin and pack straw in it.”  

    उ अपन राजा वाला बात रहे, उ नौकर रहे। 

    The king was king and so expressed his might. And the servant was servant, so he just listened to his master. 

    मालिक कि भैल, डरे थर थर थर थर  कंपै। मालिक कि भैल, हमरा से जे काज होत हम क देब अंहा के। आ नइ होइवला रहत त, हम केना करब मालिक। 

    “What happened, sir?”, the servant asked the king, quaking in fear. “What happened, sir? If I am really capable of doing a job I will surely do that, and what I can’t do, how can be that possible, sir?” 

    कहलकय, नइ रे तोहर कनिया कहि क गेल जे तू छैं ओझा गुणी, आ हमरा बेटी के घाव ऐना है भैल नइ ठीक हुए, आब तोरा बस के बात हौ, तू ठीक क देबैं, तोहर कनिया कहलक ह।

    The king said, “Hey, no. Your wife just told me that you know the magic like a saint and you can cure my daughter.” 

    आब कहलकय, बाप रौअ बाप, ई त हमरा बनसार द देलक। घरवाली के कहलकय इ त हमरा मरवावअ पर तुइल गेल है।

    Then the servant said, “Oh My God! He has given me a death order now.” And he murmured, “my wife has practically arranged for my death.”

    ओ ठीक है, आ इ जांइ हम इ मार पिलियय, अइ के कारण हमरा इ एना केलक है। से नइ कहलकय ठीक है, ओ भगवान पर टेक लगा लेलक बेचारा, आ सोचलक कि ठीक है मालिक, ठीक भ जेति इ। भगवाने एकटा आदमी के सहारा होइ है न।

    “Ok, fine. Precisely because I drank this starch water with rice, she has done this to me.” And then he thought of God. He told the king, “Don’t worry sir, she will be fine. God is the only savior.”   

    आदमी के आदमी नइ कोई सहारा होइ है, ऊपरेवाला सहारा होइ है। कहलकय ठीक है मालिक अंहा एगो पोला डोरा मंगाऊ। एगो नया डोरा के पोला मंगाऊ। आ दू गो खूटी दिय हमरा। आ एगो रुम खाली क दिय। 

    “Man cannot come to another man’s help, only God can.” He then requested that the king arrange for a ball of thread and two toggles. He also told the king, “please provide me a separate room as well.”  

    एगो रुम खाली क देलकय। जेना जेना जे विध बेचारा कहे करे लै, तेना तेना करलके।

    A room was arranged. Whatever he needed was immediately provided to him.

    दू ठमा खूटी ठोइक देलकय आ धागा के ओइ खूटी स ओइ खूटी बांइध देलक। आ एगो तह लिपटे जाए ओइ खूटी पर आ एगो लिपटेत अबै अइ खूटी पर। आ ऊ लड़की ओइ घर में असगरे है।  कहलकय बौआ के इ बचिया के असगरे अइ रुम में ध दियौ।

    He then fastened the two toggles on two opposite sides of the room and started binding the thread around them. The princess was also present unaccompanied in that room, before he reached there. He had requested for the princess to be present unaccompanied in that room.

    कहलकय ठीक है तू जेना ठीक कर। ओइ रुम में ध देलकय आ ऊ बेचारा कूदइक क ओइ खूंटा लंग स ओइ खूंटा लंग धागा के पकरि के जाए कहे कि जो किया सो मार किया, जो किया सो मार किया। 

    The king then said, “Ok, fine. Do as you wish.” Then the servant began binding the thread from one to another toggle, repeating the act several times, while uttering intermittently, “Whatever was done was done by starch water. Whatever was done was done by starch water.” 

    मंत्र त जने नइ बेचारा। एकेटा ऊहै मंत्र मार वाला आइब गेलए जे मार खा लेलिए उहे कारण इ हमरा

    बनसार देलक ह। 

    Poor chap didn’t know any mantra, so this was the only chant he knew. He chanted as he thought, “Since I ate the starch water, I have been given this punishment.”

    जो किया सो मार किया,एकेगो रटना जे एक सौ बेर रखते त आदमी के अवश्ये कुछ मन में आइब जेतै जे कि बात है। लड़की के घाव रहे पाइक गेल। 

    Anybody listening to the servant chanting his incantation a hundred times would obviously think ‘He knows something magical.’ The princess’s wound had already gotten worse by then.

    आब इहै मंत्र के पढ़े उ कूदइक क जाए बेंग जेंका, कूदइक क जाए आ कूदइक क अबै, आ कहे जो किया सो मार किया। बेंग जेंका फनइक क जाए आ फनइक क अबै, जो किया सो मार किया।

    He kept repeating his mantra (whatever was done was done by starch water) and danced around the toggles he had fixed on two opposite sides in the room. 

    रानी के लाइग गेलए बड़ी कइस के हंसी। जे हंसी चाहि से हंसी लाइग गेलए। इ घाव गेलए फूइट के पाइक के बहि गेलए। आब बहलै से एते पीज गेलए न से घाव ओकर ठीक भ गेलए लड़की के। 

    The princess burst into laughter at the sight of his antics. This was the laughter that was desired. And the wound in her throat was burst because of her laughter. It released all its pus and the princess got cured of her wound.

    जखनते इ बहले तखनते न ओकर आधा दुख पार भ गेलए। ठीक भेला के बाद में आब त लड़की खुश भ गेल।

    Half her pain vanished the moment her wound burst. And she became totally happy after the pus was released.

    आब अपना मै बाप लंग आयल कहलकय बाप रौअ तू असल ओझा छैं रौअ। रौअ मुसहरबा तू त सबसे भारी ओझा निकललैं। हमरा बेटी के इलाज डाक्टर नइ केलक आ तू क देलैं। आब मनचाहा इनाम ले तू कि लेबैं।

    The princess then went to her parents. Her parents told the servant, “You did the magic which doctors couldn’t do and cured our daughter. You turned out to be a great healer. Now tell me what reward you want from me?”

    आधा राज पाट सबटा उ अपन लिख देलक ओइ नौकरबा के, मुसहर के। आब उ घर गेल हलसैत खसैत। खूब बढ़िया बढ़िया कपड़ा देलक। नौकर स मालिक बना देलक।

    The king gave him half his kingdom and a lot of goods, to the servant, to that Musahar. Now the servant returned home in very good clothes. He was turned into a Master from being a Servant. 

    खूब ओइर पहिर क घर गेल। घरवाली त आश्चर्यचकित करअ लागल। यऊ यऊ कतअ राखब कतअ कि करब नइ करब। कहलकय हां गै, तू हैं छैं जे हमरा कत्ल पर चढ़ा देलैं। भगवान के महिमा डोललै त देखी हमरा। 

    He reached home in nice clothes and such. His wife was astonished looking at him. She said, “Hello, hello… where all we will keep all these goods, we were given so many of them! The servant said, “See now. You almost guillotined me. And seeing God’s mercy on me now you are …”

    भगवान नइ दुख देलकय तू दुख देलैं आदमी भ क। लड़की ठीक भ गेलए आ ओइ बेचारा के जान बचि गेलए आ बढ़िया जेंका हुनका मनतो आइब गेलए।

    “God didn’t give me pain, you did for sure!” The princess was cured and the servant was saved. 

    बुझलिए त, कर भला तो हो भला। आदमी नइ भलाई करै है, भगवान भ क भलाई करै है।

    Understood? Do good and good will happen to you. Humans don’t do any good. It’s God who does it.

    Maithili Transcript

    एगो राजा के बेटी छलै न। ऊ राजा के बेटी के कंठ के भीतरी घाव भ गेल छलै। डाक्टर सबसे देखेलकय, डाक्टर सब रिस्क नइ लेलकय। त इसको आपरेशन किया जाएगा, ना तो इ मर जाएगी। नइ रिस्क लेलकय।

    ओकरा घर में एगो मुसहर छलै नौकर। राजा के घर में मुसहर नौकरी करै छलै। हर जोतए छलै। सब दिन के हर जोतए छलै। उनका कनिया सब दिन के धान लबइ छलै। धान के कूट के उ पूरा मार जे पसबई है न चावल भात बना कर, त उ मार में पूरा भात खसा क उ कनिया पी लय छलै आ उ भात छूछे राइख दय छलै बर लै।

    (करिये। बइस जाउ ने।)

    उ अपना बर के लिए चावल छूछे राइख दय छलै। मार में आधा भात खसा क पी लइ छल। त उ ओकर कनिया उ मुसहरनी मोटायल जाय छल। आ ओकर बर जे छलै हरजोता से लटल जाय छलै। त उ सब दिन के जाय छले।

    त उ कि सोचलक जे इ मौगी कहे है जे हम सब दिन मारे पीयय छी त ई एते मोटायल जाय है। आ हमरा लै भात ध दइ है त हम पातर भैल जाइ छी से नइ त हम देखए छी कि खा के मोटाय है।

    त उ एक दिन हर में से उइठ के आयल। आ उइठ के आयल आ देखय है त इ पहिले ओइ जनाना से उ अपना पत्नी से पहिले आइब के पूरा मार पी लेलक।

    मार में देखइ यै भात गिरल आ मार। पूरा मार भात पी लेलक। ओ फेर चलि गेल हर जोतए लै।आब इ कनिया कि केलक त हन हन पट पट करअ लागल जे आइ हम नइ मार पीली त हर हर पट पट करअ लागल घरवाला पर विखे फुछ भैल।

    कहे कि आब एकरा हम केना एकरा हम माइर खियाब। कतअ एकरा हम कि करब। त गेल राजा के अंगना में बोइन लाबइ लै।

    त राजा बेटी के देखलकय घाव से बड़ परेशान भैल। त कहए है रानी के, रानी अंहा किया परेशान में छी एते। आंए अंहा के अपने हरजोतबा है अथी ओझा गुणी तब अंहा एते परेशान छी। से घरे में ओझा तइयो अंहा एते टेंशन करे छी।

    आ थोडे़ मंत्रो नइ जानत रहे मुसहरबा। कुध नइ ओकरा आबइत रहेन।

    तब कहलकय, आंए, से बात। त इ कहियो बाजल है जे ऐहन घाव है तइयो इ कहियो बाजल है कि हम इ जानइ छी जे ठीक क देबय। से नइ त आइ खाल खींच क एकरा भूसा भरि दइ छियय, आइ नइ हमरा बेटी के ठीक करत त। से कहि है।

    तब कहलकय कि से आयल हर जोइत क त कहि है कि आइ तू पहिले हर के बड़द बांध दहि नाइद में, आ पहिले हमरा बेटी के ठीक कर। आइ जाले नइ ठीक करबैं हमरा बेटी के, ताले तोरा आइ हम खाल खींच क भूसा भरि देबौ।

    उ अपन राजा वाला बात रहे, उ नौकर रहे।

    मालिक कि भैल, डरे थर थर थर थर  कंपै। मालिक कि भैल, हमरा से जे काज होत हम क देब अंहा के। आ नइ होइवला रहत त, हम केना करब मालिक।

    कहलकय, नइ रे तोहर कनिया कहि क गेल जे तू छैं ओझा गुणी, आ हमरा बेटी के घाव ऐना है भैल नइ ठीक हुए, आब तोरा बस के बात हौ, तू ठीक क देबैं, तोहर कनिया कहलक ह।

    आब कहलकय, बाप रौअ बाप, ई त हमरा बनसार द देलक। घरवाली के कहलकय इ त हमरा मरवावअ पर तुइल गेल है।

    ओ ठीक है, आ इ जांइ हम इ मार पिलियय, अइ के कारण हमरा इ एना केलक है। से नइ कहलकय ठीक है, ओ भगवान पर टेक लगा लेलक बेचारा, आ सोचलक कि ठीक है मालिक, ठीक भ जेति इ। भगवाने एकटा आदमी के सहारा होइ है न।

    आदमी के आदमी नइ कोई सहारा होइ है, ऊपरेवाला सहारा होइ है। कहलकय ठीक है मालिक अंहा एगो पोला डोरा मंगाऊ। एगो नया डोरा के पोला मंगाऊ। आ दू गो खूटी दिय हमरा। आ एगो रुम खाली क दिय।

    एगो रुम खाली क देलकय। जेना जेना जे विध बेचारा कहे करे लै, तेना तेना करलके।

    दू ठमा खूटी ठोइक देलकय आ धागा के ओइ खूटी स ओइ खूटी बांइध देलक। आ एगो तह लिपटे जाए ओइ खूटी पर आ एगो लिपटेत अबै अइ खूटी पर। आ ऊ लड़की ओइ घर में असगरे है।  कहलकय बौआ के इ बचिया के असगरे अइ रुम में ध दियौ।

    कहलकय ठीक है तू जेना ठीक कर। ओइ रुम में ध देलकय आ ऊ बेचारा कूदइक क ओइ खूंटा लंग स ओइ खूंटा लंग धागा के पकरि के जाए कहे कि जो किया सो मार किया, जो किया सो मार किया।

    मंत्र त जने नइ बेचारा। एकेटा ऊहै मंत्र मार वाला आइब गेलए जे मार खा लेलिए उहे कारण इ हमरा

    बनसार देलक ह।

    जो किया सो मार किया,एकेगो रटना जे एक सौ बेर रखते त आदमी के अवश्ये कुछ मन में आइब जेतै जे कि बात है। लड़की के घाव रहे पाइक गेल।

    आब इहै मंत्र के पढ़े उ कूदइक क जाए बेंग जेंका, कूदइक क जाए आ कूदइक क अबै, आ कहे जो किया सो मार किया। बेंग जेंका फनइक क जाए आ फनइक क अबै, जो किया सो मार किया।

    रानी के लाइग गेलए बड़ी कइस के हंसी। जे हंसी चाहि से हंसी लाइग गेलए। इ घाव गेलए फूइट के पाइक के बहि गेलए। आब बहलै से एते पीज गेलए न से घाव ओकर ठीक भ गेलए लड़की के।

    जखनते इ बहले तखनते न ओकर आधा दुख पार भ गेलए। ठीक भेला के बाद में आब त लड़की खुश भ गेल।

    आब अपना मै बाप लंग आयल कहलकय बाप रौअ तू असल ओझा छैं रौअ। रौअ मुसहरबा तू त सबसे भारी ओझा निकललैं। हमरा बेटी के इलाज डाक्टर नइ केलक आ तू क देलैं। आब मनचाहा इनाम ले तू कि लेबैं।

    आधा राज पाट सबटा उ अपन लिख देलक ओइ नौकरबा के, मुसहर के। आब उ घर गेल हलसैत खसैत। खूब बढ़िया बढ़िया कपड़ा देलक। नौकर स मालिक बना देलक।

    खूब ओइर पहिर क घर गेल। घरवाली त आश्चर्यचकित करअ लागल। यऊ यऊ कतअ राखब कतअ कि करब नइ करब। कहलकय हां गै, तू हैं छैं जे हमरा कत्ल पर चढ़ा देलैं। भगवान के महिमा डोललै त देखी हमरा।

    भगवान नइ दुख देलकय तू दुख देलैं आदमी भ क। लड़की ठीक भ गेलए आ ओइ बेचारा के जान बचि गेलए आ बढ़िया जेंका हुनका मनतो आइब गेलए।

    बुझलिए त, कर भला तो हो भला। आदमी नइ भलाई करै है, भगवान भ क भलाई करै है।